रांची(ब्यूरो)। कल तारण गुरु नानक आया, करतारपुर करता बसे संतन के पासहउ वारी वंजा खनिए वंजा तउ साहिब के नावै, किरपा करो दिन के दाते मेरा गुण अवगुण ना विचारऊ शबद गायनों से साध संगत निहाल हो रहे थे। मौका था गुरुद्वारा श्री गुरु नानक सत्संग सभा द्वारा श्री गुरु नानक देवजी महाराज के 553वें प्रकाश के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय समागम का, जहां सुबह 8.30 बजे गुरुद्वारा साहिब कृष्णा नगर कॉलोनी में विशेष दीवान सजाया गया। वहीं, विशेष तौर पर पधारे भाई बलविंदर सिंह जी रंगीला, चंडीगढ़ वाले ने शबद गायन कर साध संगत को मंत्रमुग्ध कर दिया।

गुरु का अटूट लंगर

इसके बाद अरदास, हुकुमनामा तथा कढ़ाह प्रसाद वितरण के साथ दीवान के समाप्ति रात 11:25 बजे हुई। मंच संचालन मनीष मिढा ने किया। रात 9 बजे से गुरु का अटूट लंगर भी चलाया गया। आज के दीवान में द्वारकादास मुंजाल, सुंदरदास मिढा, नरेश पपनेजा, मोहन काठपाल, जीवन मिढा, चरणजीत मुंजाल, लक्ष्मण दास मिढा, वेद प्रकाश मिढा, गुलशन मिढा, सुभाष मिढा, हरजीत बेदी, नवीन मिढा, आशु मिढा, पवनजीत खत्री, महेंद्र अरोड़ा, जीतु अरोड़ा, रमेश गिरधर, जितेंद्र मुंजाल, अश्विनी सुखीजा, इंदर मिढा, रमेश पपनेजा, सुरजीत मुंजाल समेत अन्य शामिल थे।

प्रकाश पर्व आज, रात 2 बजे तक विशेष दीवान

सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि मंगलवार को गुरुनानक देवजी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में 105 श्रद्धालुओं द्वारा पढ़े जा रहे सहज पाठों की सामूहिक समाप्ति सुबह 9 बजे होगी। 8 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा श्री गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व का दिन है, इस उपलक्ष्य में विशेष दीवान सजेगा और रात 12 बजे प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में 6 नवंबर से आरंभ हुए श्री अखंड पाठ साहिब का भोग होगा। दीवान की समाप्ति रात 2 बजे होगी।