RANCHI: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि शिक्षा का उद्देश्य बेहतर इंसान बनना है। उन्होंने यूनिवर्सिटीज से गांवों के विकास के लिए उसे गोद लेने की अपील की। साथ ही विद्यार्थियों से आदिवासियों के विकास के लिए काम करने तथा मातृ-पितृ, आचार्य ऋण के अलावा समाज ऋण चुकाने के लिए तत्पर रहने का आह्वान किया। राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल प्राप्त करने में बेटियों की संख्या बेटों से दोगुना होने पर हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि यह भारत के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाता है। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि बापू ने कहा था कि शिक्षा व्यक्तित्व को निखारने का बेहतर साधन है। जिसे अच्छी शिक्षा मिलती है, वह अच्छा इंसान बनता है। नालंदा विश्वविद्यालय के पुराने गौरव को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि वे जब बिहार के राज्यपाल थे, तब वहां जाने का मौका मिला। बिहार और झारखंड की समानताओं का जिक्र करते हुए कहा कि कल वे गुमला में विकास भारती जा रहे हैं, जहां बेटियों के सामाजिक सरोकार से जुड़े उपक्रमों को परखेंगे।

मेडल पाकर दमक उठा चेहरा

राष्ट्रपति रांची में केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षा समारोह में पहुंचे हैं। यहां राष्ट्रपति के आते ही सभी 96 गोल्ड मेडलिस्टों के चेहरे दमक उठे। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में भव्य तैयारियों के बीच छात्र-छात्राओं को बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति ने अपने हाथों मेडल और डिग्रियां दीं। पहले दीक्षा समारोह में बतौर अतिथि पहुंचे राष्ट्रपति ने कई विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया। समारोह के लिए 693 छात्र-छात्राओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें 6 छात्रों को चांसलर मेडल से नवाजा गया है। 23 छात्रों को पीचडी की उपाधि दी गई है। दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद, राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू, केंद्रीय विश्वविद्यालय के चांसलर जस्टिस वीएन खरे मौजूद रहे। विश्वविद्यालय के वीसी डॉ नंदु कुमार यादव इंदु और उनकी पत्नी ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी पहुंचने पर राष्ट्रपति की जोरदार अगवानी की।

राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत

दीक्षा समारोह में शामिल विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति का गर्मजोशी से स्वागत किया। गाउन पहने छात्र-छात्राएं राष्ट्रपति को अपने बीच पाकर काफी उत्साहित नजर आए। नए कैंपस को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। विश्वविद्यालय के पहले दीक्षा समारोह के सहभागी बने कई छात्र इस यादगार पल को संजोने में जुटे रहे। राष्ट्रपति यहां दीक्षा समारोह में करीब 50 मिनट तक रुके। इससे पहले तीन दिवसीय झारखंड दौरे पर शुक्रवार को वायुसेना के विमान से रांची पहुंचे। यहां उनकी अगवानी राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने की। राष्ट्रपति बनने के बाद रामनाथ कोविंद का यह दूसरी बार झारखंड दौरा है। वे पूर्व में भी रांची आए थे, लेकिन भारी बारिश की वजह से उनका कई जगहों पर प्रस्तावित दौरा रद हो गया था। राष्ट्रपति शुक्रवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे वायुसेना के विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंचे।

सीयूजे के भवन का उद्घाटन

राष्ट्रपति शाम चार बजे से रांची के चेरी मनातू स्थित सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रथम दीक्षा समारोह में शामिल हुए और विश्वविद्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। अगले दिन शनिवार को राष्ट्रपति गुमला जिले के विशुनपुर में विकास भारती के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उसके बाद देवघर के लिए रवाना हो जाएंगे। देवघर में बाबा वैद्यनाथ की पूजा-अर्चना के बाद रांची लौट जाएंगे। रविवार की सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रांची से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।

आज देवघर जाएंगे राष्ट्रपति, प्रशासन अलर्ट

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के देवघर आगमन के दौरान शहर में सुगम यातायात व्यवस्था बहाल करने को लेकर प्रशासन की ओर से व्यापक प्रबंध किया जा रहा है। राष्ट्रपति 29 फरवरी को देवघर आएंगे। वे यहां बैद्यनाथ मंदिर में पूजा करेंगे। उनका आगमन देवघर के कुंडा एयरपोर्ट पर होगा और इसके बाद वे परिसदन जाएंगे। वहां से उनका आगमन बाबा मंदिर में होगा। ऐसे में राष्ट्रपति का काफिला जिन मागरें से होकर गुजरेगा उन मागरें पर प्रशासन की ओर से समय निर्धारित कर आवागमन को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।