रांची (ब्यूरो)। रांची में इस बार गर्मी के मौसम में एसी, कूलर, फ्रि ज लोगों के पसीने छुड़ा रहे हैं। अप्रैल का महीना चल रहा है और पारा 40 डिग्री के पार है। ऐसे में मई महीने में लोगों की हालत गर्मी से और ज्यादा खराब हो सकती है। कोरोना की वजह से पिछले 2 सालों में हर सेक्टर में महंगाई तेजी से बढ़ी है। रांची की इस तपती गर्मी ने लोगों को हर तरफ से परेशान कर रखा है। घर से बाहर निकलने से लेकर घर में रहने तक में लोग परेशान हो गये हैं। घर में रहने पर एसी, कूलर, फ्रीज का दाम भी महंगा हो गया है। तो बाहर निकलने पर नींबू पानी की शिकंजी से लेकर नारियल पानी तक महंगा हो गया है।

10 से 12 प्रतिशत कीमत बढ़ी

गर्मी शुरू होने के साथ ही रांची में इलेक्ट्रानिक आइटम एसी, कूलर व फ्रि ज खरीदने के लिए लोग बाजारों का रुख कर रहे हैं। बाजार में मांग को देखते हुए इनके दाम भी पिछले वर्ष के मुकाबले 10 से 12 प्रतिशत बढ़ गए हैं। इससे खरीदारों का बजट बिगड़ रहा है। व्यापारियों के मुताबिक अमूमन इनके दाम 4 से 5 प्रतिशत ही बढ़ते थे, लेकिन इलेक्ट्रानिक उपकरण के महंगे होने से इनके दाम में वृद्धि देखी जा रही है।

हर सामान का दाम बढ़ा

व्यापारियों का कहना है कि गर्मी अभी शुरू हो रही है। जिससे बाजार में ग्राहक आना शुरू हो गए हैं, लेकिन जब गर्मी और बढऩे लगेगी तब इनकी मांग में और तेजी आएगी। अधिकतर उपकरण विदेश से आते हैं, जिससे दुकान तक पहुंचने में कीमत बढ़ जाती है। ऐसे में भी अगर पेट्रल डीजल के दामों में वृद्धि होती है तो इससे भी असर पड़ेगा। हर साल पंखों के दाम में जहां सबसे कम वृद्धि होती थी, इस वर्ष उनके दाम में भी इजाफ ा हो गया है। इसी तरह गर्मियों में पानी का अधिक इस्तेमाल होता है, जिससे पानी के मोटर के दामों में भी अधिक बढ़ोतरी हुई है।

300 करोड़ का है कारोबार

आंकड़ों की बात की जाए तो गर्मी के मौसम में 40 से 50 हजार कूलर बिकते हैं। वहीं 5 से 10 हजार एसी बिकती है। यानी कुल मिलाकर एसी और कूलर का कारोबार रांची में हर साल 200 करोड़ का होता है। लेकिन इस बार गर्मी का मौसम शुरू होने के बावजूद कूलर और एसी के ग्राहक काफी कम हैैं। ग्राहक दुकानों तक तो आ रहे हैं, लेकिन वह एसी और कूलर खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। वहीं अचानक बढ़े दामों से दुकानदार और ग्राहक दोनों काफी परेशान हैं।

विंडो और स्प्लिट एसी महंगे हुए

रांची के कोकर में सुहाना इलेक्ट्रॉनिक्स के अमर कुमार ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले 1.5 टन का विंडो और स्प्लिट एसी की कीमत में करीब 4000 रुपए तक की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले साल वोल्टास 1.5 टन के विंडो एसी की कीमत 28,500 रुपए थी, जो इस साल बढ़कर 32,500 रुपए पहुंच गई है। इसी तरह दूसरी कंपनियों ने भी अपने विंडो एसी की कीमत में बढ़ोतरी की है। दूसरी कंपनियों ने भी इसी अनुपात में स्प्लिट एसी मॉडल की कीमत में वृद्धि की है।

कूलर के दाम में भी बड़ा उछाल

लालपुर के अंकित ट्रेडर्स के अंकित जालान ने बताया कि 75 से 90 लीटर के ब्रांडेड इंडोर कूलर की कीमत पिछले साल के मुकाबले 10 से 12 परसेंट तक बढ़ गई हैं। पिछले साल 10 हजार रुपये के रेंज में आने वाला कूलर अब इस साल 12 से 13 हजार रुपए का हो गया है। उन्होंने कहा कि अभी सीजन शुरू हुआ है। ऐसे में आने वाले समय में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। लोकल कूलर के दाम में भी वृद्धि हुई है। पंखे के दाम भी 20 फ सदी तक बढ़ गए हैं।

सब्जियां भी महंगी हो गई हैं

गर्मी आते ही सबसे मंहगी मिर्च 80 रुपए किलो बिक रही है। वहीं टमाटर 30, आलू 20, गोभी 40, लौकी 40, मशरूम 70, शिमला मिर्च 60, पुदीना 60 रुपए प्रति किलो ग्राम बिक रहे हैं। गर्मी में मिलने वाला सब्जी परवल 80 तो भिंडी 60 रुपए किलो मिल रहा है। वहीं फ लों के दामों में भी इजाफा हुआ है। केला 50-55 रुपये दर्जन मिल जाता था। लेकिन फि लहाल 60 सेे 70 रुपए प्रति दर्जन बाजार में मिल रहा है। अंगूर भी 90 से 100 रुपए प्रति किला के हिसाब से बिक रहा है।

नारियल पानी भी महंगा

महंगाई की मार नारियल पानी के व्यापार पर भी पड़ा है। गर्मी से बचने के लिए डॉक्टर्स आम लोगों को नारियल पानी पीने की सलाह दे रहे हैैं। लेकिन, इक्का-दुक्का लोग ही नारियल पानी की दुकान पर आ रहे हैं। पिछले 10 सालों से नारियल पानी बेचने वाले अमित पाल का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार दाम काफ बढ़ गया है। इसके कारण ग्राहकों की कमी है। जो नारियल पिछली गर्मियों में 30 से 40 रुपए में बिकता था, उसकी कीमत 60 रुपये हो गई है। नारियल पानी बेचने वाले के अनुसार कई लोग तो आकर बहस भी करते हैं कि इतना महंगा क्यों दे रहे हो। लोग 30 से 40 रुपए में देने की जिद भी करते हैं।

नींबू भी महंगा हुआ

गर्मी के मौसम में नींबू की मांग बढऩे से नींबू महंगा हो गया है। इसकी कीमत तीन सौ रुपए किलोग्राम से ऊपर पहुंच गई है। कोरोना काल में भी नींबू पर ऐसी महंगाई नहीं आई थी। गर्मी के मौसम में महंगे नीबू ने शिकंजी का स्वाद फीका कर दिया है। रांची में अभी खुदरा में एक नींबू 10 रुपए में मिल रहा है। कोरोना काल में तो इसकी कीमत दो सौ रुपये किलो तक ही पहुंची थी, रांची में अब यही नींबू बाजार में तीन सौ रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा है।