रांची : हेहल अंचल में 10 एकड़ 88 डिसमिल की जमीन को लेकर खींचतान मची हुई है। अरगोड़ा इलाके के बजरा में स्थित 10 एकड़ 88 डिसमिल जमीन के विवाद को लेकर बुधवार को प्रशासन और रैयतों के बीच जमकर हंगामा हुआ। एक पक्ष जहां प्रशासन की मदद से जमीन की मापी करने पहुंचा। वहीं, रैयत इसका विरोध करते नजर आए और जमीन के मालिकाना हक की बात को लेकर घंटो बहस होती रही। लेकिन उपायुक्त के आदेश की वजह से प्रशासन ने उन्हें जमीन से बेदखल किया। मामले को लेकर रैयत ने बताया कि जमीन उनकी है और जमीन की कभी भी बिक्री नही की गई है। साथ ही जमीन के बिक्री का कोई प्रमाण सीओ या निबंधन कार्यालय में नहीं है। इस कारण से ही दूसरे पक्ष के दाखिल खारिज को अस्वीकृत किया जा चुका है। इस हंगामे के बीच कोविड नियमों को ताक पर रख प्रशासन के सामने ही लोगों का मजमा लगा रहा। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी। लोगों से शांत रहने की अपील की जाती रही।

जमीन ली तो आत्मदाह करने की चेतावनी :

जमीन मापी के लिए जैसे ही प्रशासन की टीम श्याम सिंह के समर्थकों के साथ पहुंची, इलाके के लोग पहुंचने लगे और विरोध करने लगे। जो जमीन के रैयत थे उन सभी ने साफ कहा कि अगर उनकी जमीन ली जाती है तो वे आत्मदाह करेंगे। किसी को घर से कैसे निकालकर कोई अपना आशियाना बना सकता है। रैयत सीताराम साहु ने प्रशासनिक स्तर के अधिकारियों के द्वारा जबरन जमीन खरीदने की बात कही।