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फ्लैग: दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के अभियान पर जागा प्रशासन, एसडीओ ने कचहरी कैंपस में की रेड

-20 रुपए का स्टांप पेपर 200 रुपए में बेच रहे वेंडर

RANCHI!@inext.co.in

RANCHI (19 April): दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से चलाए गए अभियान स्टांप पेपर की हो रही है कालाबजारी के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। सोमवार को कचहरी परिसर में स्टांप की कालाबाजारी करते पांच वेंडरों को गिरफ्तार किया गया। एसडीओ अंजलि यादव रजिस्टर चेक किया तो पाया कि स्टांप बिक्री का डिटेल ही नहीं लिखा गया है। ऐसे में एसडीओ की ओर से पांच वेंडरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। आम लोगों की शिकायत पर खुद एसडीओ अंजलि यादव कचहरी कैंपस में पहुंची। शिकायत मिली थी कि 20 रुपए का स्टांप पेपर 200 और 500 रुपए का स्टांप पेपर 600 में बेचा जा रहा है। गौरतलब हो कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से स्टांप पेपर की किल्लत को लेकर पहले ही अभियान चलाया गया था। कई दिनों तक चले इस अभियान में लोगों को और प्रशासन को भी जागरूक किया गया था कि किस तरह स्टांप पेपर की कालाबाजारी हाे रही है।

रजिस्टर का किया मिलान

एसडीओ द्वारा सभी स्टाम्प वेंडरों के रजिस्टर जब्त कर लिए गये। कुछ रजिस्टरों का मिलान वहीं किया गया, इनमें से अधिकतर रजिस्टर में जो नाम पता दर्ज किया गया था, वो भी गलत निकला। वेंडरों ने जितना स्टाम्प ले रखा है, उसका सही-सही डिटेल भी रजिस्टर में नहीं चढ़ाया गया था। बाद में सभी वेंडरों का रजिस्टर एसडीओ द्वारा जब्त कर लिया गया।

स्टांप की किल्लत हमेशा

कचहरी परिसर में स्टांप की किल्लत हमेशा बनी रहती है। स्टांप वेंडर स्टांप को लेकर पब्लिक को परेशान करते हैं। स्टांप उपलब्ध रहने के बाद भी उनको स्टांप नहीं रहने की बात कही जाती है। जब कस्टमर अधिक पैसा देने को तैयार होते हैं तो उनको ब्लैक में स्टांप बेचा जाता है। इसकी शिकायत कई दिनों से एसडीओ को मिल रही थी, उन्होंने अपने लेवल से जांच भी की थी।

स्टॉक की कोई सूचना नहीं

हर स्टांप वेंडर को यह डिस्प्ले करना है कि उनके पास कितना स्टांप पेपर उपलब्ध है, कितने रुपए मूल्य का स्टांप पेपर उपलब्ध है यह भी स्टांप वेंडर को डिस्प्ले करना है। लेकिन कचहरी में किसी भी स्टांप वेंडर के पास इसे डिस्प्ले नहीं किया जाता है। वह बताते भी नहीं है कि उनके पास कितना स्टॉक है। अधिक दाम पर स्टांप बेचने के लिए स्टांप वेंडरों से वहां के लोकल दलाल भी मिले रहते हैं जो कस्टमर्स को खोजकर लाते हैं और अधिक पैसा पर स्टांप बेचते हैं।

बॉक्स

पिछले साल भोर सिंह यादव ने की थी रेड

पिछले साल अप्रैल 2017 में तत्कालीन एसडीओ भोर सिंह यादव ने भी कचहरी परिसर में स्टांप की कालाबाजारी को लेकर छापेमारी की थी। उस समय 13 स्टांप वेंडर को पकड़ा गया था और उनको जेल भी भेजा गया था। एसडीओ खुद मुंह पर गमछा डालकर एक कस्टमर के रूप में स्टांप वेंडर के पास पहुंचे थे। वेंडर ने 50 रुपए के स्टांप पेपर के लिए 500 रुपए की डिमांड की थी।