छ्वन्रूस्॥श्व : ये हैं रामेश्वर साहू। ओडि़शा के बहरमपुर के रहने वाले हैं। पिछले दो दिनों से स्टील सिटी की सड़कों पर साइकिल से घूम रहे हैं.लोगों को एड्स के प्रति अवेयर करना है मकसद। साइकिल के आगे-पीछे कुछ बैनर भी लगे हैं, जो बरबस ही लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। इस बाबत उन्होंने बताया कि वे साइकिल से व‌र्ल्ड टूर पर निकले हैं। पिछले डेढ़ दशक से यह सिलसिला चलता आ रहा है। हालांकि, इनके व‌र्ल्ड टूर का अंदाज भी बिलकुल जुदा है। व‌र्ल्ड टूर के क्रम में वे कई बार ब्रेक भी लेते हैं। एक राज्य का दौरा करने के बाद ट्रेन से वापस घर लौट आते हैं। कुछ दिनों तक आराम करने के बाद फिर दूसरे राज्य के लिए साइकिल से निकल पड़ते हैं। तो हैं ना साइकिल से व‌र्ल्ड टूर करने का इनका अंदाज बिलकुल निराला।

2 मार्च से निकले हैं टूर पर

व‌र्ल्ड टूर के लिए निकले रामेश्वर साहू ओडि़शा के गंजाम जिले के बरमपुर के रहने वाले हैं। वे 2 मार्च को फिर साइकिल से व‌र्ल्ड टूर के लिए निकले हैं। वे साइकिल से मुंबई, गोवा, तमिलनाडु, केरल, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा समेत कई राज्यों का टूर कर चुके हैं। उनके व‌र्ल्ड टूर का अंदाज भी बिलकुल अनोखा है। वे एक स्टेट का टूर करने के बाद वापस अपने घर लौट जाते हैं। कुछ दिनों तक आराम करने के बाद फिर से दूसरे राज्य के टूर के लिए निकल पड़ते हैं।

प्रशासन से लेते सहायता

रामेश्वर साहू बताते हैं कि व‌र्ल्ड टूर को लेकर जब वे किसी राज्य में जाते हैं तो सबसे पहले वहां के वरीय अधिकारियों से मुलाकात कर सहायता देने की गुहार लगाते हैं। इसके बाद उस राज्य के जिन-जिन शहरों में जाते हैं, लोगों से कुछ न कुछ आर्थिक सहायता मिलती है, जिसके सहारे आगे का सफर तय करते हैं। व‌र्ल्ड टूर को लेकर जहां भी गए हैं, लोगों का काफी सहयोग मिला है।

12 साल में 6 राज्यों का भ्रमण

सन् 2002 से व‌र्ल्ड टूर कर रहे रामेश्वर साहू 12 राज्यों का ही भ्रमण कर सके हैं। जिन राज्यों का टूर वे साइकिल से कर चुके हैं, उनमें महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और केरल शामिल है। वे कहते हैं- एक राज्य का टूर पूरा करने के बाद ट्रेन से वापस ओडि़शा स्थित घर लौट आते हैं। कुछ दिनों के बाद फिर दूसरे राज्य के टूर के लिए साइकिल से निकल जाते हैं।

यूं आया व‌र्ल्ड टूर का ख्याल

रामेश्वर साहू बताते हैं- साल 2001 में एक दोस्त की मौत एचआईवी एड्स की वजह से हो गई थी। तब अहसास हुआ कि यह बीमारी कितनी खतरनाक है और इससे बचाव के लिए लोगों को अवेयर करना काफी जरूरी है। इसी बात को ही ध्यान में रखकर आम लोगों को एड्स के प्रति अवेयर करने के लिए साइकिल से व‌र्ल्ड टूर करने की ठान ली। इस तरह पिछले एक डेढ़ दशक से राज्यों का टूर कर लोगों को एड्स के प्रति जागरूक करता आ रहा हूं।