RANCHI : राजधानी रांची इन दिनों पत्थरबाजों के निशाने पर है। शहर व आसपास के इलाकों की शांति भंग व हिंसा की साजिश रची जा रही है। सोमवार को कांके के सुकुरहट्टू में दो गुटों के आपसी टकराव में जहां पांच घंटे तक ईंट-पत्थर बरसते रहे, वहीं चार दिन पहले बड़गाईं बस्ती भी घंटों तक पत्थरबाजों के कब्जे में रहा था। इससे पहले 11 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान भी दो गुट आमने-सामने आ गए थे। करीब तीन घंटे तक मेन रोड में उपद्रवियों ने जमकर पत्थर फेंके थे। उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे।

55 दिन में तीन बार भिड़े दो गुट

5 जून 2017 : सुकुरहट्टू, कांके

महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के बाद दो गुट आपस में भिड़ गए थे। दोनों ओर से करीब पांच घंटे तक जमकर पत्थरबाजी हुई थी। उपद्रवियों ने पुलिस प्रशासन पर भी हमला बोल दिया था। इस दौरान दर्जन भर सरकारी वाहन भी क्षतिग्रस्त कर दिए गए थे। मंगलवार को भी यहां का माहौल गरम रहा।

2 जून 2017 : बड़गाईं बस्ती

बारातियों द्वारा पटाखा फोड़े जाने के बाद पूरी बड़गाईं बस्ती हिंसा की आग में झुलस गई थी। इस दौरान दोनों गुटों की ओर से जमकर ईंट-पत्थर बरसे थे। इस पथराव में महिला व बच्चे समेत कई लोग घायल हो गए थे।

11 अप्रैल 2017 : मेन रोड

हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा में एक गीत बजाए जाने के बाद दो गुट आमने-सामने आ गए थे। इस दौरान करीब तीन घंटे तक मेन रोड उपद्रवियों के कब्जे में रहा था। बार-बार की पथराव से निपटने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े थे।

पुलिस को बना रहे निशाना

विवाद भले ही दो गुटों के बीच शुरू होता है, लेकिन वे पुलिस को भी अपना निशाना बना रहे हैं। सुकुरहट्टू में ही जहां उपद्रवियों ने डीसी व एसएसपी समेत अन्य पुलिस वालों पर हमला बोला, वहीं दर्जनों पुलिस वाहन भी पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिए। इससे पहले बड़गाईं व मेन रोड में भी उपद्रवियों ने पुलिस-प्रशासन को अपना निशाना बनाने की कोशिश की थी।