रांची: अब आपके बच्चों की पढ़ाई से लेकर सेहत तक का ख्याल नगर की सरकार रखेगी। जी हां, रांची रांची नगर निगम ने शुक्रवार को फाइनेंशियल इयर 2021-22 के लिए बजट पेश किया, जिसमें शहर के विकास के अलावा सुंदर और हरा भरा बनाने को लेकर भी चर्चा की गई। इसके अलावा पानी की समस्या, हॉस्पिटल और स्कूल खोलने को लेकर भी बजट का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा फायर सेफ्टी से निपटने के लिए नगर निगम ने फंड की डिमांड सरकार से की है। पर्यावरण के दृष्टिकोण से लेकर रोड बनाने और रेन वाटर हार्वेस्टिंग का भी इंतजाम नगर निगम करेगा। मौके पर मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त मुकेश कुमार, डीएमसी शंकर यादव के अलावा नगर निगम के अधिकारी और स्टैंडिंग कमिटी के मेंबर्स मौजूद थे।

एक नजर में निगम का बजट

0 करोड़ खर्च होंगे फायर सेफ्टी इक्विपमेंट्स पर

-हॉस्पिटल के लिए 25 करोड़ का प्रावधान

-स्कूल खोलने के लिए 5 करोड़ रुपए

-एयर क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम को दुरुस्त करने की योजना

-फागिंग मशीन खरीदने के लिए 2.50 करोड़

-पीएमएवाई के लिए 84 करोड़ का प्रावधान

-एनयूएलएम के लिए 125.78 करोड़

-बांड से 200 करोड़ रुपए प्राप्त करने का उद्देश्य

-यूरिनल निर्माण के लिए 1.45 करोड़

-स्वच्छ भारत मिशन के लिए 21.37 करोड़

-अमृत योजना के लिए 24.20 करोड़

सरकारी सहायता से ली जाने वाली योजनाएं

-नाली निर्माण के लिए 69.88 करोड़

-पथ निर्माण 142.55 करोड़

-वार्डो में पाइपलाइन एक्सटेंशन 8 करोड़

-वार्ड आफिस निर्माण, कंप्यूटर, फर्नीचर - 2.44 करोड़

-स्ट्रीट वेंडर्स के लिए वेंडिंग जोन पर 2420 लाख रुपए

-पार्को के डेवलपमेंट और ब्यूटीफिकेशन के लिए 419 लाख रुपए

-सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट पर खर्च किए जाएंगे 254 लाख

15वें वित से 100 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान

पानी को लेकर जमकर हुई बहस

राजधानी में पानी की किल्लत को लेकर स्टैंडिंग कमिटी और अधिकारियों के बीच जमकर बहस हुई। पार्षदों ने कहा कि पानी की समस्या अभी से शुरू हो गई है। वहीं टैंकर से भी पानी नहीं मिल पा रहा है। इस पर मेयर ने कहा कि अमृत योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है, जिससे कि लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने की योजना है। साथ ही कहा कि टैंकर बढ़ाने से इसका हल हो सकता है। इस पर पार्षदों ने कहा कि सिटी में पानी भरने के लिए हाइड्रेंट ही नहीं है तो टैंकर से भी कोई फायदा नहीं होगा। बाद में वार्डो में बोरिंग कराने और रेन वाटर हार्वेस्टिंग कराने पर सहमति बनी।

गाडि़यां जाए तो स्पे्र जरूर करें

नगर निगम की ओर से फागिंग के लिए गाडि़यां खरीदने को लेकर भी मामला गरम रहा। इसके बाद मेयर ने कहा कि निगम जो गाडि़यां खरीदता है उसकी गारंटी-वारंटी भी होती है। इसका ध्यान रखा जाए तो अच्छा होगा। वहीं फागिंग को लेकर उन्होंने हेल्थ अफसर को स्पष्ट निर्देश दिया कि गाडि़यां इलाके में फागिंग के लिए तो जाती हैं। लेकिन स्प्रे किए बिना ही लौट जाती हैं। इसे हर हाल में सुनिश्चित कराएं। आखिर निगम डीजल और केमिकल इतना क्यों उपलब्ध करा रहा है।

खाली जगहों पर लगाए जाएंगे पेड़

राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स को सुधारने के लिए नगर निगम रेस हो गया है, जिसके तहत अब हरियाली पर फोकस किया जा रहा है। ऐसे में नगर निगम की खाली पड़ी जगह जहां पर कोई कंस्ट्रक्शन नहीं हो सकता या उस जगह का कोई यूज नहीं है तो ऐसी जगहों को चिन्हित करते हुए वहां पर पेड़ लगाए जाएंगे। वहीं, हवा में मौजूद पीएम का लेवल कम किया जाएगा। इसके लिए भी निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स बताने वाली मशीन लगाई जाएगी और इसे कंट्रोल करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।