RANCHI: रांची नगर निगम में राजनीति शनिवार को उस समय खुल कर सबके सामने सामने आ गई, जब बोर्ड मीटिंग में डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय समेत भ्फ् में से ब्ब् वार्ड पार्षद गैरहाजिर रहे। ऐसे में मात्र 9 पार्षदों की मौजूदगी में ही मेयर आशा लकड़ा ने पहले से तय एजेंडों पर अपनी मुहर लगा दी। हालांकि, एक इंजीनियर को एक्सटेंशन देने के साथ ही हॉस्पिटल के लिए जमीन हस्तांतरण पर बाद में विचार करने की बात कही गई।

वर्जन

नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में डिप्टी मेयर समेत पार्षदों का शामिल नहीं होना उनकी गंदी राजनीति को दर्शाता है। पार्षदों को अपने वार्ड के विकास की चिंता ही नहीं है।

आशा लकड़ा, मेयर

धारा 77 (फ्) के तहत कार्यवाही पूरी

बैठक शुरू होने से पहले सिविल कोर्ट के एडवोकेट विनोद कुमार ने बताया कि धारा 77-क् के तहत कोरम पूरा करने के लिए बोर्ड मीटिंग में सदस्यों का आना अनिवार्य है। ऐसा नहीं करने पर बोर्ड की अध्यक्ष 77 (ख्) के तहत बोर्ड की बैठक को निलंबित या स्थगित कर सकते हैं। बैठक के लिए 77 (फ्) के अनुसार किसी भी कोरम की जरूरत नहीं है। बोर्ड के सदस्यों के नहीं आने पर भी पहले से तय एजेंडा पास किया जा सकता है।

वार्ड सहायक के लिए इंटरमीडिएट कैंडिडेट

बैठक में वार्ड सहायक की एजुकेशन वालिफिकेशन मिनिमम इंटरमीडिएट कर दी गई है। पार्षद अपने अनुसार वार्ड सहायक रख सकते है। अपर नगर आयुक्त विद्यानंद शर्मा पंकज ने कहा कि इससे कम एजुकेशन क्वालिफिकेशन पर कोई बहाली नहीं हो सकती है। ऐसे सहायकों को पार्षदों को हटाना होगा। वहीं, वार्ड सहायक का मानदेय बढ़ाने पर भी सहमति बनी। भ्8भ्0 रुपए से बढ़ाकर 80म्0 रुपए भुगतान करने का निर्णय हुआ। वहीं, कंप्यूटर एग्जाम पास करने के बाद सहायक को एक हजार रुपए और मानदेय भी मिलेगा।

पार्षद अजीत बने स्मार्ट सिटी के प्रतिनिध

पार्षद अजीत उरांव को रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के प्रनिनिधि के रूप में चुना गया है। वो गैर कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्य करेंगे। साथ ही रांची को स्मार्ट बनाने हेतु कार्यो पर भी उनकी नजर रहेगी।

नगर निगम को जानेंगे स्कूली बच्चे

स्कूली बच्चों को नगर निगम के कार्य और उसके अधिकारियों के साथ ही पार्षदों के बारे में भी बताया जाएगा। इसके लिए एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई जाएगी और उन्हें दिखाई जाएगी। इसके अलावा बच्चों को राजधानी के मुख्य स्थानों का विजिट भी कराया जाएगा। इसका शुल्क अभी तय नहीं हो पाया है। इसके लिए एक नोडल आफिसर भी तैनात किया जाएगा।

रिटायरमेंट के बाद उपादान राशि का भुगतान

रांची नगर निगम से रिटायरमेंट और निधन के बाद पांच कर्मचारियों को उपादान की राशि भुगतान को भी मंजूरी मिल गई है। इसमें चार कर्मचारियों को उपादान की राशि का भुगतान करने को कहा गया। जबकि एक कर्मचारी को अभी रिटायर होने में समय है। इसलिए उस पर बाद में विचार करने की बात कही गई।

म् इंजीनियरों को मिला एक्सटेंशन

इंजीनियरिंग सेक्शन में काम करने वाले म् इंजीनियरों का कांट्रैक्ट अक्टूबर में ही खत्म हो गया। उन इंजीनियरों को म् महीने का एक्सटेंशन देने पर बोर्ड ने मुहर लगा दी। इससे इंजीनियरिंग सेक्शन का काम प्रभावित नहीं होगा।