रांची (ब्यूरो): रांची नगर निगम द्वारा बांड जारी करने से पहले की जाने वाली लीगल फार्मलिटीज पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निगम द्वारा लीगल कंसलटेंट नियुक्त किया जाएगा। संभावना यह जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक बांड जारी किया जाएगा।

निगम की रेटिंग ट्रिपल बी

रांची नगर निगम के बांड को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराया जाएगा। सेबी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार रांची नगर निगम म्यूनिसिपल बांड जारी करेगा। फिलहाल रांची नगर निगम की रेटिंग ट्रिपल बी है। इस बांड के जरिए नगर निगम मार्केट से 200 करोड़ रुपए जुटाएगा। रांची नगर निगम यह रकम अपनी संपत्ति बनाने और नागरिक सुविधाओं में इजाफ ा करने में खर्च करेगा। इस रकम से शॉपिंग मॉल बनाए जाएंगे, पार्किंग स्लाट तैयार होंगे।

केंद्र से मिलेंगे 26 करोड़

रांची नगर निगम अगर 200 करोड़ रुपए का जारी करेगा तो केंद्र सरकार उसे 26 करोड़ रुपए देगी। इस तरह 26 करोड़ रुपए शहर के विकास के लिए केंद्र सरकार से मिलेंगे। केंद्र सरकार की यह नीति है कि वह 100 करोड़ रुपए के म्यूनिसिपल बांड पर 13 करोड़ रुपए नगर निगम को जारी करती है।

सेबी ने दी है अनुमति

पूंजी बाजार नियामक सेबी ने शहरी नगर निकायों को म्युनिसिपल बांड जारी करने की अनुमति 2015 में दी थी। सेबी के निर्देश के तहत सिर्फ वही शहरी नगर निकाय या नगर निगम ऐसे बांड जारी कर सकते हैं, जिनकी आमदनी लगातार पिछले 3 साल तक धनात्मक रही हो। पिछले एक साल में उनका कोई लोन डिफ्ल्टर ना हुआ हो, यानी वह डिफ ाल्टर नहीं हों, सार्वजनिक निवेश के लिए सिर्फ वही नगर निगम बांड जारी कर सकते हैं, जिनकी रेटिंग कम से कम ट्रिपल बी या इससे ज्यादा हो।

मिलेगी इनकम टैक्स में छूट

म्युनिसिपल बांड में निवेश करने से लंबे समय में एक निर्धारित रिटर्न तो मिलता ही है, इनकम टैक्स में भी छूट मिलती है। शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद आम लोग एक्सचेंजों के जरिए इसमें निवेश कर सकते हैं। इन बांड पर निवेशक को मिलने वाले रिटर्न पर इनकम टैक्स नहीं लगता है। इसकी एजेंसियों से रेटिंग जारी होती है, इसलिए इन्हें सुरक्षित निवेश भी माना जाता है। लोग सीधे नगर निगम या बैंक से बांड खरीद सकते हैं। कई लोग बांड फ ंड के जरिए भी म्यूनिसिपल बांड में निवेश करते हैं।

क्या है म्यूनिसिपल बांड?

म्यूनिसिपल बांड एक तरह का लेटर ऑफ क्रेडिट है। इसके तहत आम लोगों या संस्थाओं से पैसे जुटाए जाते हैं। बांड जारी करने वाली संस्था एक निश्चित समय के लिए रकम उधार लेती है और निश्चित रिटर्न के साथ पैसे वापस करने की गारंटी देती है। नगर निगम बांड नगर निकाय जारी करता है। इस बांड से जो रकम जुटाई जाती है, उससे शहर में विकास के कार्य किए जाते हैं। इन कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर फ ंड की जरूरत होती है, जो नगर निगम सरकार से लेने के बजाय बांड के जरिए भी उठाते हैं।

जारी कर चुके हैैं बांड

अब तक देश के 11 नगर निगम म्यूनिसिपल बांड जारी कर चुके हैं। इन नगर निगमों में लखनऊ, अमरावती, विशाखापत्तनम, अहमदाबाद, कोलकाता, सूरत, भोपाल, इंदौर, पुणे, वाराणसी, गाजियाबाद, हैदराबाद आदि शामिल हैं।

शहर के विकास के लिए रांची नगर निगम म्यूनिसिपल बांड लाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए पहले लीगल प्रोसेस पहले पूरे किए जाएंगे। कंसल्टेंट नियुुक्त करने का प्रोसेस शुरू हो गया है। जल्द ही सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली जाएंगी।

शशि रंजन, नगर आयुक्त, रांची