रांची (ब्यूरो)। कुछ ही दिनों में फेस्टिव सीजन शुरू हो रहा है। इस बार दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर हो रही है, जिसमें भारी भीड़ उमडऩे की संभावना है। कई अन्य पर्व त्योहार भी आ रहे हैं। ऐसे में दिसंबर तक पूरे राज्य को हाई अलर्ट पर रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पुलिस सभी जरूरी और ठोस कदम उठाए। ये बातें सीएम हेमंत सोरेन ने कहीं। गुरुवार को वह वरीय पुलिस पदाधिकारियों तथा राज्य के सभी जिलों के एसपी के साथ लॉ एंड ऑर्डर को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे। सीएम ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विशेषकर उग्रवाद एवं आपराधिक घटनाओं पर हर हाल में लगाम कसा जाना चाहिए ताकि भयमुक्त वातावरण बनाए रखा जा सके।

सभी जेलों में लगाएं जैमर

मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलों में बंद कई अपराधियों द्वारा मोबाइल या अन्य माध्यमों से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। इस पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि राज्य की सभी जेलों में एक महीने के अंदर जैमर लगाने की प्रक्रिया पूरी की जाए।

योजनाओं का पहुंचाएं लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि बूढ़ा पहाड़, पारसनाथ और सारंडा समेत नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस की उपस्थिति में शिविर लगाकर सरकार की योजनाओं का लोगों को लाभ पहुंचाएं। इसके साथ यहां बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। इससे पुलिस के प्रति लोगों की विश्वसनीयता बढ़ेगी और उग्रवादी घटनाओं को आम जनता के सहयोग से कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में सिविक एक्शन प्लान चलाकर लोगों को जरूरत के सामान लगातार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, डीजीपी नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे समेत अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। इस दौरान अधिकारियों ने राज्य में उग्रवाद व आपराधिक गिरोहों के वर्तमान हालात से अवगत कराया।