रांची : रांची से मुंबई, सूरत, पुणे, बेंगलुरु और हैदराबाद जाने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इन शहरों को जाने वाले यात्रियों में सबसे ज्यादा श्रमिक हैं। लोगों को ट्रेन में टिकट नहीं मिल रहा है। वे¨टग चल रही है। इसे देखते हुए रेलवे ने रांची से इन नगरों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है। रेलवे बोर्ड ने रांची रेल मंडल के अधिकारियों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा है। प्रस्ताव जाने के बाद जल्द ही स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। रेलवे बोर्ड रांची से हैदराबाद, पुणे, मुंबई और सूरत के लिए ट्रेनें चलाने जा रहा है।

कोरोना काल में लोग भाग आए हैं घर

गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर आने पर इन शहरों से श्रमिक भागकर अपने गांव वापस आ गए थे। लेकिन, अब नगरों में हालात ठीक हो रहे हैं। कोरोना का दूसरे चरण का प्रभाव अब कमजोर हो रहा है। इसे देखते हुए मुंबई, दिल्ली, सूरत, पुणे, हैदराबाद आदि शहरों में आर्थिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। वहां कंपनी के मालिक और ठेकेदार श्रमिकों को फोन कर जल्द आने को कह रहे हैं। इसी की वजह से रांची और हटिया रेलवे स्टेशनों पर दिल्ली, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु आदि शहरों के लिए भीड़ बढ़ रही है। टिकट नहीं मिलने से मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

रेलवे की एनटीपीसी भर्ती प्रक्रिया जल्द

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सुनीत शर्मा ने बताया कि रेलवे की तरफ से ग्रुप डी की भर्ती के लिए एक लाख 46 हजार रिक्तियां निकाली गई थीं। इनमें से 64 हजार रिक्तियां तकनीकी श्रेणी में थीं। इनमें से ज्यादातर चयनित कर्मचारियों की ट्रे¨नग हो गई है। 5000 कर्मचारियों की ट्रे¨नग का काम रुका हुआ है। जल्द ही इनकी ट्रे¨नग भी शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा एनटीपीसी श्रेणी के लिए भी अधिसूचना जारी की गई थी। 36000 रिक्तियों के लिए सात चरण में परीक्षा होनी थी। इसके छह चरण की परीक्षा संपन्न कराई जा चुकी है। आखिरी चरण की परीक्षा मई व जून में होनी थी। ये परीक्षा कोरोना के चलते नहीं हो सकी। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने बताया कि कोरोना खत्म होते ही आखिरी चरण की परीक्षा भी करा ली जाएगी।

चलाई गई 809 स्पेशल मेल एक्सप्रेस ट्रेन

कोरोना काल में यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए रेलवे ने 809 स्पेशल मेल एक्सप्रेस ट्रेन, 2891 सब अर्बन ट्रेन, 26 स्पेशल ट्रेन और 403 पैसेंजर ट्रेन चलाई हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में श्रमिकों को लाने ले जाने के लिए कई ट्रेनें चलाई गई थीं।