रांची: स्टेट का सबसे बड़ा अस्पताल रिम्स ज्यादातर अव्यवस्था को लेकर ही चर्चा में रहता है। हालांकि, इस बीच यहां के कुछ डॉक्टर अपना फर्ज निभाने से पीछे नहीं हटते और कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे किसी को नई जिंदगी मिल जाती है। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ, जहां कोरोना के बीच डॉक्टरों ने एक युवती की जान बचाई है, जिसके सीने में तीर घुस गया था। तीर सीने से होते हुए लंग्स और हार्ट को छूते हुए पेट में घुस चुका था।

डॉ आरएस शर्मा की यूनिट में ऑपरेशन

सर्जरी के डॉ आरएस शर्मा की यूनिट व सीटीवीएस की टीम ने डॉ अंशुल कुमार से संपर्क किया और योजना बनाकर उसका सफल ऑपरेशन किया। टीम में सर्जरी के डॉ आरएस शर्मा, डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ अमृता प्रसाद, डॉ थारगन, डॉ सनमुघा प्रियन, एनेस्थीसिया के डॉ संजय, डॉ प्रतिभा, डॉ अतिप्रिया, डॉ रवि मुर्मू व डॉ दुमिनी सोरेन थे।

क्या है मामला

साहिबगंज की रहने वाली युवती को पारिवारिक कलह में तीर मार दिया गया था। तीर सीने से होते हुए लंग्स और हार्ट को छूते हुए पेट तक पहुंच गया था। शनिवार को रिम्स के इमरजेंसी में इलाज के लिए लाया गया, जहां तत्काल युवती का सीटी स्कैन और एक्सरे किया गया। इसके बाद डॉ अंशुल कुमार ने डॉक्टरों की टीम के साथ कार्डियो थोरेसिक ओटी में ऑपरेशन किया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर्स की टीम ने पेट में चीरा लगाकर पहले चोट को देखा, जिसमें पाया कि तीर सांस की झिल्ली को छेदते हुए लीवर और आमाशय के पास धंसा हुआ है। इसके बाद तीर को पेट के रास्ते बाहर निकाला गया।