रांची: रिम्स में गुरुवार को गवर्निग बॉडी की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें डेंटल काउंसिल की मान्यता बचाने को लेकर कमियों को दूर करने पर चर्चा हुई। चूंकि डेंटल काउंसिल आफ इंडिया ने रिम्स डेंटल कालेज की मान्यता कैंसिल करने को लेकर लेटर भेजा था। इसके बाद ही बैठक बुलाकर कमियों को तत्काल दूर करने पर सभी ने अपने सुझाव दिए। वहीं, हॉस्पिटल में कार्डियो के दो सीनियर डॉक्टर्स को सस्पेंड कर एक हफ्ते में जांच कर एक्शन लेने को कहा गया।

200 कैमरों से होगी मॉनिटरिंग

हॉस्पिटल कैंपस में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 200 कैमरों के अलावा और भी कैमरे लगाने का मुद्दा लाया गया, जिसे सिरे से खारिज कर दिया गया। साथ ही कहा गया कि अगर 200 कैमरों को दुरुस्त कर लिया जाए और उसकी प्रॉपर मॉनिटरिंग कराने से व्यवस्था में काफी सुधार आएगा।

इ हॉस्पिटल की है तैयारी

राज्य का सबसे बड़ा हॉस्पिटल रिम्स अब पूरी तरह से आनलाइन होगा। इ हॉस्पिटल सर्विस शुरू करने को लेकर 400 कंप्यूटर की डिमांड डॉक्टर्स ने की है। वहीं 11 सौ कंप्यूटर पूरे हॉस्पिटल में लगाने की योजना है, जिससे कि एक क्लिक पर ही मरीजों का पूरा कच्चा चिट्ठा उपलब्ध हो जाए। इसके लिए एनआईसी से टेंडर के माध्यम से काम कराने पर सहमति बनी।

हर डिपार्टमेंट में लगेगा इंटरकॉम

हॉस्पिटल में कम्युनिकेशन को दुरुस्त करने को लेकर हर डिमार्टमेंट में इंटरकॉम लगाने की बात कही गई। साथ ही बताया गया कि डॉक्टरों से मिली डिमांड के अनुसार 600 इंटरकॉम की जरूरत है। जिसे किसी भी कंपनी से टेंडर कर लगवाने को कहा गया। इससे तुरंत किसी भी डिपार्टमेंट में सपर्क किया जा सकेगा।

370 नर्सो की बहाली को हरी झंडी

हॉस्पिटल में मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 370 नर्सो की बहाली को हरी झंडी मिल गई है, जिसमें से 80 परसेंट महिला नर्स होंगी। बाकी के 20 परसेंट में पुरुषों को जगह मिलेगी, जिससे कि पुरुषों को भी मरीजों की सेवा में आने का मौका मिलेगा।

चढ्डा अब नहीं बनाएगा नक्शा

चढ्डा ग्रुप को रिम्स में नक्शा बनाने को लेकर हायर किया गया था। अब उस ग्रुप को हटाने को लेकर सहमति दी गई है। जिससे कि हॉस्पिटल कैंपस में किसी भी तरह के भवन का नक्शा निर्माण अब दूसरी एजेंसी से कराया जाएगा। इसके लिए एजेंसी का चुनाव करने को कहा गया।

कार्डियो के दो सीनियर्स पर एक्शन

हॉस्पिटल में प्रोमोशन को लेकर एग्जाम लिया गया था। जिसका रिजल्ट जीबी मीटिंग में जारी किया गया। जिसमें कार्डियो के डॉ अंशुल कुमार और डॉ राकेश का नाम आया। जिस पर मेंबर्स ने आपत्ति जताई। साथ ही कहा कि डॉ अंशुल को लेकर प्राइवेट प्रैक्टिस समेत अन्य कंप्लेन मिली है, जिसके सबूत भी हैं। ऐसे में प्रोमोशन नहीं देने पर सहमति जताई। साथ ही डॉ अंशुल के साथ डॉ एचएन राय पर भी एक हफ्ते में जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया।

बार-बार टेंडर, फिर कैंसिल क्यों

हॉस्पिटल में किचन से मैनपावर को लेकर आउटसोर्स एजेंसी के सेलेक्शन को लेकर टेंडर निकाला जाता है। लेकिन लंबे समय से एक एजेंसी को फाइनल नहीं किया जा सका है। वहीं एक एजेंसी ही लंबे समय से काम कर रही है। इस पर मेंबर्स ने सवाल उठाए कि आखिर टेंडर तो निकाला जाता है लेकिन इसे बारबार कैंसिल क्यों कर दिया जाता है।