RANCHI: फेस्टिव सीजन में ट्रेनों के परिचालन को हरी झंडी दे दी गई है। कई ट्रेनें वीकली शुरू भी हो चुकी हैं। इसके अलावा राजधानी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस जैसी प्रीमियम ट्रेनें रेगुलर बेस पर चलाई जा रही हैं। ऐसे में पैसेंजर्स सुरक्षित सफर कर सके, इसकी तैयारी आरपीएफ ने कर रखी है। इसके तहत पैसेंजर बिना किसी टेंशन के ट्रेन में आराम से सफर कर सकेंगे। बताते चलें कि कोरोना को देखते हुए भी आरपीएफ ने कमर कस रखी है।

टीम बना कर रहे काम

रांची और हटिया से एक दर्जन ट्रेनें चलाने का आदेश रेलवे बोर्ड ने जारी किया है, जिसमें रांची डिवीजन के हटिया और रांची स्टेशन से ट्रेनों का परिचालन होगा। इसमें पटना, दिल्ली, एलटीटीई, हावड़ा, सिकंदराबाद के लिए ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों में पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए टीम बनाई गई है, जो रेगुलर इंटरवल पर स्टेशन पर अपनी ड्यूटी में तैनात रहती है। इतना ही नहीं, पैसेंजर्स की परेशानी सुनकर उसका समाधान भी करती है। वहीं उन्हें हेल्पलाइन के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

क्विक रिस्पांस कर रही टीम

कोरोना की वजह से टीम सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो कर रही है। इसके तहत टीम ट्रेन के बाहर से ही पैसेंजर्स को मदद पहुंचा रही है। वहीं हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने के साथ ही टीम क्विक रिस्पांस कर रही है। कॉल करते ही पैसेंजर्स को अटेंड करने के लिए जवान हाजिर हो जा रहे हैं। वहीं तत्काल पैसेंजर्स का छूटा हुआ सामान भी उन्हें सही सलामत सौंप दे रहे हैं।

मेरी सहेली करेगी हेल्प

आरपीएफ की महिला जवानों की टीम बनाई गई है। ये टीम ट्रेन के आने के बाद कोचेज में जाकर अकेली महिला पैसेंजर्स की जानकारी इकट्ठा करती है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उन्हें मदद भी करती है। जानकारी कलेक्ट करने के बाद कंट्रोल रूम को जानकारी भेज दी जाती है कि किस कोच में महिला पैसेंजर अकेली है। इससे महिला पैसेंजर्स को बड़ी राहत मिली है। वहीं महिलाओं के साथ होने वाले अपराध में भी कमी आएगी।

केस-1

मोबाइल छूट गया था ट्रेन में

हावड़ा-रांची स्पेशल ट्रेन में एक महिला पैसेंजर का मोबाइल बर्थ पर छूट गया। जब वह घर पहुंची तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने तत्काल रेलवे हेल्पलाइन 182 पर कॉल कर कंप्लेन दर्ज कराई। इसके बाद आरपीएफ की टीम ने तुरंत यार्ड में लगी ट्रेन से मोबाइल बरामद कर महिला को बुलाकर सौंप दिया।

केस 2

ट्रेन में छूट गया था पर्स

ट्रेन 02804 हावड़ा-रांची स्पेशल के कोच-1 के बर्थ 13 पर एक पर्स मिला, जिसमें कुछ नगद, एटीएम, क्रेडिट, आधार व विजिटिंग कार्ड पाए गए। पर्स से पैसेंजर की जानकारी मिली और उसकी पहचान रोशन जॉन चिरमत, अशोक नगर रांची के रूप में की गई। इसके बाद आरपीएफ के जवान ने उनसे संपर्क किया और पर्स सही सलामत लौटा दिया।

केस 3

लेबर पेन वाली महिला को रिम्स पहुंचाया

ट्रेन संख्या 07007 सिकंदराबाद-दरभंगा स्पेशल ट्रेन के कोच संख्या एस-10 में सफर कर रही एक महिला को लेबर पेन शुरू हो गया। आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ने उन्हें रांची स्टेशन पर उतरने की रिक्वेस्ट की। लेकिन वह और उसके पति मानने को तैर नहीं थे। जानकारी कंट्रोल रूम को दी गई और मेडिकल डिपार्टमेंट की टीम को सूचना दी गई। चेकअप करने के बाद उसे रिम्स हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।

पैसेंजर्स को सुरक्षा के साथ सफर करवाना हमारी प्राथमिकता है। इसलिए हमने अलग-अलग टीम बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। क्विक रिस्पांस टीम और मेरी सहेली हर समय मदद के लिए तैयार है।

-प्रशांत यादव, डीएससी, रांची रेल डिवीजन