RANCHI: प्रकृति पर्व सरहुल ख्9 मार्च को उपवास के साथ शुरू होगा, जिसमें दूसरे दिन फ्0 मार्च को पूजा-अर्चना व भव्य शोभायात्रा तथा फ्क् मार्च को फूलखोंसी का आयोजन होगा। यह निर्णय रविवार को आदिवासी सेना व हेसल सरना समिति की संयुक्त बैठक में लिया गया। अध्यक्षता आदिवासी सेना के कार्यकारी अध्यक्ष शिवा कच्छप ने की।

घर-घर लगाएं सरना झंडा

श्री कच्छप ने कहा कि सरना धर्मावलंबी सरहुल में नशा पान न करें और पारम्परिक रीति रिवाज के साथ जुलूस निकालें। हाथ में सरना कोड लागू करो लिखी तख्तियां जरूर रखें। पिस्का मोड सरना स्थल का अविलंब घेराबंदी कराओ, पिस्का मोड कार्तिक उरांव चौक हो गया की तख्ती भी लेकर जुलूस में आएं। जुलूस में अपने ग्रुप के साथ ही पारंपरिक गाजे-बाजे की धुन पर नृत्य करें। हडि़या का सेवन प्रसाद के रूप में ही करें। सरना झंडा घर-घर में लगाएं। उन्होंने कहा कि सभी ग्रुप में ख्भ्-ख्भ् वोलंटियर तैयार करें। शोभायात्रा में आने वाले बच्चों के पैकेट में घर का पता और मोबाइल नंबर जरूर रख दें, ताकि गुम होने पर उन्हें परिजनों तक पहुंचाया जा सके।

ड्रोन से हो जुलूस की निगरानी (बॉक्स)

बैठक में जिला प्रशासन से निवेदन किया गया है कि हर चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात करे और सरहुल जुलूस की निगरानी ड्रोन कैमरे से कराएं। साथ ही रातू रोड पश्चिम क्षेत्र के सभी लोग पिस्का मोड सरना स्थल में जुलूस के लिए एकजुट होगे। सरना स्थल की परिक्रमा करने बाद ही मुख्य सरना स्थल के लिए आगे बढ़ेंगे।

फ्0 की परीक्षाएं आगे बढ़ाएं (बॉक्स)

सरना धर्मावलंबियों ने मांग की है कि फ्0 मार्च को होने वाले सीबीएसई और बोर्ड परीक्षा की तिथियां आगे बढ़ाई जाएं। यह भी तय हुआ है कि ख् अप्रैल को पिस्का मोड सरना स्थल में सरहुल मिलन समारोह होएगा। बैठक में मुख्य रूप से सती तिर्की, मुन्नी खलखो, मंजू तिर्की, विजय मुण्डा, अरविंद गाड़ी, गौतम कुजूर, मगा उरांव, चिंटू तिर्की, अमृत बांडो, सोनी तिर्की, पूनम तिर्की, दिलीप उरांव, सावन लिण्डा, पवन तिर्की, निरंजन हेरेंज, कुदरसी मुण्डा मौजूद थे।