रांची (ब्यूरो) । एसआरडीएवी पब्लिक स्कूल, पुंदाग में बुधवार को राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के तत्वावधान में साइंस फॉर सोसायटी रांची द्वारा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि एसआर डीएवी पुंदाग के प्राचार्य संजीत कुमार मिश्रा, राजेंद्र कुमार (राज्य शैक्षणिक समन्वयक झारखंड), विशेषज्ञ-रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रिय रंजन कुमार वर्मा एवं सुरेंद्र प्रसाद सिंह भी उपस्थित रहे।

बाल वैज्ञानिक भाग लेंगे

कार्यशाला 31वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के सफल आयोजन हेतु आयोजित हुई। राजेंद्र कुमार (राज्य शैक्षणिक समन्वयक झारखंड) ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय है &स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना&य। कार्यक्रम में 10 से 17 वर्ष के बाल वैज्ञानिक भाग लेंगे।

टीचर्स को दी ट्रेनिंग

रिसोर्स पर्सन प्रिय रंजन कुमार वर्मा ने प्रोजेक्ट राइटिंग, सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने संभावित प्रोजेक्ट एवं राजेंद्र कुमार ने प्रेजेंटेशन स्किल समस्या का चयन एवं समाधान, एक्सटेंडेड एब्स्ट्रेक्ट लॉग बुक प्रबंधन एवं परियोजना प्रस्तुतीकरण हेतु रांची जिले के 18 विद्यालयों के 54 विद्यार्थियों एवं 18 शिक्षक- शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया।

बढ़ चढक़र लें हिस्सा

31वें राष्ट्रीय बाल कांग्रेस की जिला कोऑर्डिनेटर इंदु प्रसाद ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि मैं बाल वैज्ञानिकों से यही कहना चाहूंगी कि बच्चों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं अनुसंधान के क्षेत्र में बढ़-चढक़र भाग लेना चाहिए, क्योंकि विज्ञान का सदुपयोग ही किसी भी राष्ट्र को विकसित बनाता है।

मुख्य अतिथि संजीत कुमार मिश्रा ने अपने आशीर्वचन में कार्यशाला में उपस्थित शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान किसी भी राष्ट्र की आत्मा होती है, क्योंकि विज्ञान के बिना विकास संभव नहीं है। वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने बहुत सी योजनाओं को क्रियान्वयित किया है।

शिक्षा का उपयोग देश सेवा के लिए करें

डीएवी, पब्लिक स्कूल बरियातु रॉंची में 77वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर मनीष त्रिपाठी ने ध्वजारोहण किया। नर्सरी सेक्शन के विद्यार्थियों ने चन्द्रयान मिशन पर आधारित प्रेरणापूर्ण नाटिका प्रस्तुत की। इसके अलावा राष्ट्र भक्ति आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। प्राचार्य विनय कुमार पाण्डेय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे लिए यह दिन स्वतंत्रता सेनानियों के लिए कृतज्ञता प्रकट करने का दिन एवं उनकी राष्ट्र सेवा की भावनाओं को स्वयं में उतारने का है।

आदर्श उदहारण बनें

मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर मनीष त्रिपाठी ने कहा कि आज हम खुशनसीब हैं कि आज़ादी की आबो हवा में सांस ले रहे हैं। विद्यार्थियों के लिए सौभाग्य की बात है कि वे एक अच्छी एवं उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित कर कहा कि वे अपनी शिक्षा का सदुपयोग देश की सेवा के लिए करें, अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों के आदर्श उदहारण बनें।