RANCHI : वन्स ए जेवेरियन, जेवेरियन फोर एवर। जेसुइट सोसाइटी के प्रोवेंसियल फादर जोसेफ मरियानुस कुजूर ने कहा है कि यहां पढ़ने वाला हर छात्र जेवेरियन हैं। जेवेरियन समाज सेवा और गरीबों के लिए काम करें। मौका था दो दिवसीय ग्रेजुएशन सेरेमनी का। इस मौके पर उन्होंने छात्रों से तीन बातों कही। कहा- ग्रेजुएट हो गए हैं, आपको डिग्री मिली है, आगे क्या करेंगे, इसका ध्यान रखें। उन्होंने छात्रों से पूछा कि जेवियर कॉलेज ने आपको जो शिक्षा दी है उसे आप प्रासंगिक पातें हैं? क्या आप इस कॉलेज से भविष्य में संपर्क जारी रखना चाहेंगे? उन्होंने छात्रों ने हर चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा।

खिल उठे चेहरे

ग्रेजुएशन सेरेमनी में पोस्ट ग्रेजुएट और ग्रेजुएशन के सेशन 2013-15 बैच के स्टूडेंट्स को डिग्रियां दी गई। इस मौके पर 32 टॉपर्स को गोल्ड मेडल से नवाया गया, जिनमें 29 छात्राएं हैं। गले में गोल्ड मेडल पहनने के बाद टॉपर्स के चेहरे की खुशियां देखते ही बन रही थी। उन्होंने कहा कि अच्छी पढ़ाई का नतीजा है कि आज टॉपर बनकर गोल्ड मेडल लेने का मौका मिला।

करियर चुनने में अंतरात्मा की आवाज सुनें : कोहली

सेंट जेवियर कॉलेज के एक्स स्टूडेंट व साहित्यकार और डिग्री सेरेमनी के चीफ गेस्ट पद्मश्री नरेंद्र कोहली ने कहा कि करियर का चुनाव करने में स्टूडेंट्स हमेशा अपनी अंतरात्मा की आवाज सुने। पारिवारकि-सामाजिक दबाव में कभी भी अपने करियर का चुनाव नहीं करें। उन्होंने कहा कि 1957 में मैंने जमशेदपुर से मैट्रिक किया। मेरे पास इंजीनियरिंग करने के लिए पूरा मा‌र्क्स था, लेकिन मैंने साहित्य का फील्ड चुना। आज मैं संतुष्ट हूं कि इंजीनियर नहीं बना। नरेंद्र कोहली ने कहा कि मैं कभी सचिन तेंदुलकर बन सकता लेकिन यह भी है कि सचिन तेंदुलकर भी नरेंद्र कोहली नहीं बन सकता है।

असफलता ही सफलता का स्तंभ : वीसी

रांची यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ रमेश पांडेय ने कहा कि असफलता ही सफलता का स्तंभ है। असफलता से हमेशा सीखने की कोशिश करें। अपने कमजोर पक्ष को दूर कर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि समय का भरपूर सदुपयोग करें और समाज में अच्छे काम करें। डिग्री पाने वाले छात्रों को बधाई देते हुए वीसी ने कहा कि दुनिया के आपके योगदान की प्रतीक्षा कर रहा है।

बढ़ी है जेवियर कॉलेज की प्रतिष्ठा

सेंट जेवियर्स कॉलेज की प्रतिष्ठा बढ़ी है। जेसुइट सोसाइटी की ओर से संचालित सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची, कोलकाता और लोयला कॉलेज देश के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में से है। सेशन 2016 के लिए सेंट जेवियर्स कॉलेज रांची में 27976 एप्लीकेशन आए इसमें से 5394 छात्रों को दाखिला मिला। सेंट जेवियर्स कॉलेज की स्थापना सन 1954 में हुई थी। इसके बाद से ही यह कीर्तिमान गढ़ रहा है। भारत में जेवियर समाज के 80 और विश्व में 200 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थान है।

जिन्हें मिला गोल्ड

पीजी (2013-15 बैच)

जयश्री कांत वर्मा(एमकॉम), इश्प्रिया किंडो( हिंदी), अनन्या बोस(इंग्लिश), इवशिता दत्ता(इकोनॉमिक्स), मोना कुमारी(ज्योग्राफी), सुदीप्ति खुशबू लकड़ा(पॉलिटिकल साइंस ), अनंदिता सरकार (बीएड)।

ग्रेजुएशन (2012-15 बैच )

दीप्ति वर्मा(बीबीए), रोशनी सिंह(इकोनॉमिक्स), रूचिका तक्सीन केरकेट्टा(इंग्लिश), कुमारी नेहा(ज्योग्राफी), आनंद प्रकाश बा(हिंदी), ऋतु शर्मा(हिस्ट्री), निधि तन्वी कुजूर(पॉल साईस), श्वेताम्बरी कुमारी(बायोटेक), स्वर्णिमा झा(बॉटनी), रश्मि गोहिल(केमिस्ट्री), एनिमा तेरोम(जियोलॉजी), शालिनी डुंगडुंड(मैथ), अर्नब चटर्जी(फिजिक्स), शफक जारा(जूलॉजी), स्वाति स्वरूप(अकाउंट), शुभम कुजूर(फंक्शनल इंग्लिश), सुकन्या रॉय(एमसीवीपी), आकांक्षा कुमारी(सीएपीपी), रफत शाहीन(इंफो टेक), अंकिता कुमारी(एएसपीएसएम), नुपूर कुमारी(ओएमएसपी), कुमारी दीपशिखा(पीपीआई), सोनाली जायसवाल (बीएफएम) और गार्गी शरण(एनिमेशन ) ।