रांची : कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सिर्फ सरकारी उपाय काफी नहीं। स्व-नियंत्रण की कोशिश भी जानलेवा महामारी की चेन तोड़ने के लिए आवश्यक है। यही वजह है कि संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए कई संगठन खुद लॉकडाउन के लिए आगे आए हैं। सीमित अवधि के लिए दुकानें बंद करने से लेकर व आंशिक स्तर पर स्वत: लॉकडाउन लगाकर लोग भीड़ नियंत्रण की कोशिशें कर रहे हैं। ऐसे प्रयासों की सराहना भी हो रही है और अभियान को सबका सहयोग-समर्थन भी मिल रहा है। रांची, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, पाकुड़ और गढ़वा समेत कई जिलों में व्यावसायिक संगठनों ने अपने स्तर से आपस में सहमति बनाकर सीमित अवधि के लिए लाकडाउन लगाना शुरू कर दिया है।

शास्त्री मार्केट एक वीक बंद

रांची के मेन रोड में स्थित शास्त्री मार्केट के दुकानदारों ने 18 से 25 अप्रैल तक एक सप्ताह के लिए दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। कमेटी के सचिव रंजीत गुप्ता ने बताया कि एक सप्ताह तक स्थिति देखने के बाद आगे का निर्णय किया जाएगा। उन्होंने शहर के अन्य सभी व्यवसायिक संगठनों से ऐसी पहल करने की अपील की है।

400 दुकानों का सेल्फ लॉकडाउन आज से

गुरुद्वारा श्री गुरुनानक सत्संग सभा, श्री राधाकृष्ण मंदिर कमिटी व बहावलपुरी पंजाबी समाज ने सात दिनों के सेल्फ लॉकडाउन का निर्णय लिया है। इसके तहत 19 अप्रैल से 25 अप्रैल तक समाज के 400 व्यवसायी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। सभा के मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि शहर के रंगरेज गली में समाज के लोगों के प्रतिष्ठान केके बैंगल्स, बाबा बेल्ट, राधे राधे, स्वाति स्टोर आदि समेत अन्य इलाकों मेन रोड, कांके रोड, अपर बाजार, लालपुर, रातू रोड में समाज के व्यवसायियों के लगभग 400 प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। साथ ही बताया कि लॉकडाउन की अवधि समाप्त होने से ठीक पहले स्थिति की समीक्षा की जाएगी और फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। सभा के अध्यक्ष द्वारका दास मुंजाल, सचिव अर्जुन देव मिढ़ा, हरविन्दर सिंह बेदी व श्री राधाकृष्ण मंदिर कमिटी के अध्यक्ष मनोहर लाल जसूजा, सचिव केसर पपनेजा, नंद किशोर अरोड़ा एवं बहावलपुरी पंजाबी समाज के अध्यक्ष कंवलजीत मिढा, सचिव अश्रि्वनी सुखीजा ने समाज के सभी व्यवसायियों से इस सेल्फ लॉकडाउन का पालन करने की अपील की है।