रांची (ब्यूरो): महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पोषण अभियान के तहत एक माह चलने वाले 5वें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत एक सितंबर हो ही हो गई है, जो 30 सितंबर तक चलेगा। इस बार पोषण माह &महिला और स्वास्थ्य&य और &ब'चे और शिक्षा&य पर केंद्रित है। रांची विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ शिप्रा कुमारी कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़ीं। उन्होंने कहा कि लौह तत्वयुक्त चीजों का सेवन करें। विटामिन ए एवं सी युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। गर्भवती महिलाओं एवं किशोरियों को नियमित रूप से 100 दिन तक लौह तत्व व फॉलिक एसिड की एक गोली रोज रात को खाना खाने के बाद लेनी चाहिए। जल्दी-जल्दी गर्भधारण से बचना चाहिए।

न करें चाय का सेवन

उन्होंने कहा कि भोजन के बाद चाय के सेवन से बचें। संक्रमण से बचने के लिए स्व'छ पेयजल ही इस्तेमाल करें। स्व'छ शौचालय का प्रयोग करें। यदि आपके क्षेत्र में हुकवर्म काफी मात्रा में हैं तो नंगे पैर खेतों/जमीन पर न चलें। खाना लोहे की कड़ाही में पकाएं। शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कण बनाने के लिए फोलिक एसिड की आवश्यकता होती है। फोलिक एसिड के लिए गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां, मूंगफली,अंडे, मशरूम, मटर व फलियां, चोकर वाला आटा, आलू, दालें, सूखे मेवे, मछली, मांस, बाजरा, गुड़, गोभी, शलजम, अनानास खाएं।

संक्रमण से बचाता है

डॉ शिप्रा कुमारी ने बताया कि विटामिन ए संक्रमण से शरीर की रक्षा करता है। गहरे पीले फल एवं हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां तथा खट्टे फल विटामिन ए के स्रोत हैं। मूली, गाजर, टमाटर, शलजम, खीरा जैसी क'ची सब्जियां प्रतिदिन खानी चाहिए। अंकुरित दालों व अनाजों का नियमित प्रयोग करें। मनीषा कुमारी, अदिति कुमारी, रिया रानी कुमारी, प्रियंका कुमारी, अंजलि मुंडा ने गृह विज्ञान की शिक्षिकाओं तथा छात्राओं की सहायता से लगभग 200 छात्राओं का हेल्थ कार्ड बनाकर उन्हें पोषक आहार चार्ट समझाया।