RANCHI:रांची में कोरोना को लेकर एक खुशखबरी है। संक्रमण की रफ्तार तो कम हुई ही है, साथ ही साथ हॉस्पिटल तेजी से खाली हो रहे हैं। यानी, पहले से जितने मरीज भर्ती थे, वे ठीक होकर घर जा चुके हैं। आलम यह है कि सिटी के दो सबसे बड़े कोविड हॉस्पिटल्स में अब 70 परसेंट बेड खाली हैं, जो यह गवाही दे रहे हैं कि कोरोना अब लौट रहा है।

बदल चुकी है तस्वीर

तीन हफ्ते पहले और आज की तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। न तो बेड के लिए चीख-पुकार मची है और न ही ऑक्सीजन के लिए मरीजों के परिजन लाइन लगाकर रात-रात भर खड़े हो रहे हैं। रिम्स के जिन वार्डो को कोविड वार्ड में बदला गया था, वह खाली पडे़ हैं। सदर हॉस्पिटल में बीते तीन दिनों में सिर्फ एक संक्त्रमित मरीज भर्ती हुआ है। कोरोना के घटते मामलों से सरकार के साथ-साथ डॉक्टर्स व आम लोगों ने भी राहत की सांस ली है। बीते तीन दिनों से लगातार 100 के आसपास संक्रमित सामने आ रहे हैं। वहीं राजधानी में अब सिर्फ 2883 एक्टिव केस बचे हुए हैं। रिकवरी रेट भी 92 परसेंट पहुंच चुका है। हर दिन लगभग 300 मरीज ठीक होकर घर लौट रहे हैं।

इतने बेड हैं खाली

अप्रैल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑक्सीजन और वेंटिलेटर बेड की संख्या बढ़ाई गई थी। रिम्स के अधिकतर वार्ड को कोविड वार्ड तो वहीं सदर हॉस्पिटल के गायनी बिल्डिंग को कोविड केयर हॉस्पिटल में बदल दिया गया था। अब धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आने से दूसरी बीमारियों से जुझ रहे लोगों को जल्द ही इसका फायदा मिलने लगेगा। हॉस्पिटल प्रबंधन का कहना है एक-दो दिन में हॉस्पिटल को सेनेटाइज कर पहले जैसी सामान्य व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। मालूम हो कि रिम्स में बेड की संख्या बढ़ा कर 1206 कर दी गई थी। अभी लगभग 300 मरीज भर्ती हैं। मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए रिम्स के मल्टीपार्किंग एरिया को भी अस्थाई कोविड हॉस्पिटल में बदलते हुए यहां 528 बेड की व्यवस्था की गई थी। लेकिन इन दिनों यहां सिर्फ 23 मरीज भर्ती हैं। वहीं सदर हॉस्पिटल में भी सिर्फ 32 मरीजों का इलाज चल रहा है। डॉक्टर्स का दावा है कि वे भी जल्द ही ठीक होकर घर लौट जाएंगे। इसके अलावा दूसरे प्राइवेट अस्पतालों में भी कोरोना संक्त्रमित मरीज की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है।

लॉकडाउन का दिखा असर

स्वास्थ सुरक्षा का सप्ताह में लगाए गए आंशिक लॉकडाउन का असर साफ दिख रहा है। अप्रैल के महीने से सिटी में आंशिक लॉकडाउन लगा हुआ है। मई के दूसरे सप्ताह से कोरोना संक्त्रमित मरीजों की संख्या में कमी दिखने लगी। बीते 28 दिनों में संक्रमण में 94 परसेंट की कमी आई है। एक महीने पहले यानी 29 अप्रैल को रांची में 1539 संक्त्रमित मिले थे। जबकि 29 मई को सिर्फ 104 मरीज ही सामने आए। सदर हॉस्पिटल के कोविड इंचार्ज डॉ अजीत ने बताया कि कोरोना संक्त्रमित मरीज में कमी देख कर सुखद अनुभूति हो रही है। कुछ दिनों पहले तक हालत काफी भयावह थे लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। लोग ठीक होकर लौट रहे हैं। सदर हॉस्पिटल में नए संक्रमित मरीजों का आना लगभग बंद हो गया है।

यह रांचीवासियों की जीत है। कोरोना को काबू में लाने के लिए सरकार की ओर से जितने उपाय किए गए, उसमें आम लोगों का पूरा सहयोग मिला। संयम के साथ लोगों ने अब तक जैसे कोरोना को हराने में अपनी भूमिका अदा की है, वही आगे भी अपेक्षित है। वैसे यह टीम वर्क से ही संभव हो पाया है। डॉक्टर्स, नर्सेज, मेडिकल स्टाफ, सरकारी कर्मचारी और बड़े पैमाने पर काम कर रहे वॉलेंटीयर्स ने मिलकर इस जंग को जीत की दहलीज पर ला खड़ा किया है। इसके बावजूद, सावधानी अब भी बहुत जरूरी है।

छवि रंजन, डीसी, रांची