रांची (ब्यूरो) । श्री राधा कृष्ण मंदिर (कृष्णा नगर कॉलोनी) में चल रहे चैत्र नवरात्र के पावन अवसर पर मंगलवार को षष्ठी के दिन सुबह 5.00 बजे से 6.15 बजे तक मां की कपूर जोत सामूहिक रूप से भक्तों के द्वारा जलाई गई। इसके उपरांत 6.15 से 6.45 तक कुंवारी कन्याओं द्वारा मां के चरणों में चुनरी एवं नारियल भेंट की गई। सुबह 7.00 बजे से 9.00 बजे तक पंडित ज्ञानदेव मिश्रा, चंद्रभान तलेजा एवं रामचंद्र तलेजा की अगुवाई में मां दुर्गा सप्तशती एवं दुर्गा चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया। माता रानी के जयकारों के साथ पूरा मंदिर परिसर भक्तों से भरा पड़ा था, जिससे पूरा माहौल मां के भक्ति के रंग में रंग गया।

18 घंटे का अखंड जाप

राधा कृष्ण मंदिर के मीडिया प्रभारी अरुण जसूजा से प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 घंटे का अखंड जाप 108 भक्तों के द्वारा किया गया जो सुबह 6.25 बजे से रात 12 बजे तक हुआ। महाष्टमी वाले दिन, सुबह 5.00 बजे से 6.00 बजे तक जाप की जाएगी। उसके उपरांत सुबह 8.00 बजे से 9.00 बजे तक एवं 10.00 बजे से 1.00 बजे तक चुन्नी एवं नारियल मां के भक्तों द्वारा मां के चरणों में भेंट की जाएगी। शाम 4.00 बजे से 6.00 बजे भी चुन्नी एवं नारियल मां के चरणों में भेंट की जायेगी। रात्रि 9.00 बजे से 1008 ज्योत प्रज्वलित की जायेगी और श्री दुर्गा जागरण मंडली एवं मां भवानी ज्योत सेवा मंडल के द्वारा भजन - कीर्तन का कार्यक्रम रात्रि 11.00 बजे तक होगा। बुधवार को रामनवमी के पावन अवसर पर सुबह 11 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक भजन कीर्तन का कार्यक्रम मुख्य रूप से दुर्गा जागरण मंडली एवं इंडियन आइडल फेम के कुमार विश्वास के द्वारा भजनों का कार्यक्रम होगा एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। दशमी के दिन सुबह 10.00 बजे से हवन एवं ज्योत विसर्जन का कार्यक्रम होगा।

ये हुए शामिल

कार्यक्रम में मुख्य रूप से चंद्रभान तलेजा, मनोहर लाल जसूजा, केसर पपनेजा, नंदकिशोर अरोड़ा, मनोज किंगर, अरुण जसूजा, पवन मनुजा, गौरीशंकर मादनपोत्रा, किशोरी पपनेजा, हरीश अरोड़ा, चंदन सिडाना, हरीश मनुजा, दिनेश गक्खड़, प्रवीण घई, निखिल घई, रामचंद्र तलेजा, हरीश नागपाल, नरेश अरोड़ा, राजदेवी मनुजा, कौशल्या देवी पपनेजा, बबीता पपनेजा, ज्योति अरोड़ा, शशि किंगर, पूजा जसूजा, बरखा घई, रूबी अरोड़ा, पूनम तलेजा, कांता देवी अरोड़ा, श्वेता चावला, शालू मिड्ढा, सुनीता कात्यान, संगीता मादनपोत्रा, ऋचा मिड्ढा, भावना किंगर, रश्मि काठपाल एवं कई अन्य भक्त शामिल हुए।