रांची (ब्यूरो) : कोलकाता की कंपनी विक्रम सोलार को 16.44 करोड़ रुपए में दो मेगावाट ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाने का टेंडर दिया गया था, कंपनी ने तीन साल काम नहीं किया। उसे अब ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है और झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (ज्रेडा) ने 19 करोड़ 46 लाख का टेंडर जारी किया है।

बढ़ सकती है लागत

इस कैनाल पर दो मेगावाट सोलर प्लांट लगाने के लिए वर्ष 2018 में 19 करोड़ 46 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति ली गई थी। टेंडर में भाग लेकर विक्रम सोलार ने 16.44 करोड़ में काम हासिल किया, लेकिन तीन साल तक कंपनी ने काम ही नहीं किया। टेंडर में अब जो भी कंपनी शामिल होगी, वह 16 करोड़ रुपए से अधिक रेट पर ही काम लेगी, क्योंकि तीन साल में सामानों का रेट बढ़ गया है।

2019 में दिया गया था काम

अक्टूबर 2019 में सिकिदिरी हाईडल प्लांट में सोलर रूफ टॉप तीन किलोमीटर कैनाल में लगाया जाना था। इसे ग्रिड कनेक्टेड सोलर रूफ टॉप की तरह लगा कर बिजली उत्पादन करना था। प्लांट में बिजली को लेकर काफी परेशानी आ रही थी। इसलिए सोलर पावर से इस प्लांट को चलाना था। इसका काम मेसर्स विक्रम सोलर लिमिटेड, कोलकाता को दिया गया था, जिसे नौ महीने में काम पूरा करना था। करीब साढ़े तीन साल का समय केवल सर्वे में गुजार दिए। तय समय पर काम शुरू नहीं करने और पूरा नहीं करने के कारण ज्रेडा ने इस कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया और 1.57 करोड़ की बैंक गांरटी की राशि भी जब्त कर ली गई है। अब यह कंपनी एक साल तक देश के किसी भी राज्य में काम नहीं कर पाएगी। बीच-बीच में कंपनी को कई बार आदेश-निर्देश दिया गया। पत्राचार भी किया गया। कंपनी को बार-बार हिदायत भी दी गई कि वह जल्दी से काम शुरू करके इसे पूरा करे।

जिस कंपनी को काम दिया गया था, बार-बार नोटिस के बाद भी काम शुरू नहीं किया। कंपनी को ब्लैक लिस्ट करके बैंक गारंटी भी जब्त की गई है। अब फिर से टेंडर जारी किया गया है, जल्द ही एजेंसी चयन कर काम शुरू होगा।

-केके वर्मा, एमडी, जेरेडा