रांची (ब्यूरो)। 7 दिवसीय विशेष शिविर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राँची विश्वविद्यालय, राँची के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ राजकुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि सभी आत्मनिर्भर और ईमानदारी से कार्य करें, अपने समाज को लेकर चलें.उन्होंने कहा कि शिविर में शामिल होने वाले स्वयंसेवकों को गाँव मे जाकर स्व'छता, कोरोना वैक्सीनेशन, पर्यावरण, जल संरक्षण , नशा के विरुद्ध जन जागरूकता आदि कार्यक्रम के बारे में ग्रामीण के बीच में सकारात्मक रूप से आयोजित करने का आह्वान किया।
शिक्षा के लिए जागरूक करें
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य डॉ बी पी वर्मा ने कहा कि एनएनएस स्वयंसेवक समाज में शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक अवश्य करें। उन्होंने कहा कि एनएसएस के लक्ष्य गीत को अपने जीवन में शामिल करें। राँची विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि समाज में बदलाव एक दिन में नहीं आता , परन्तु लगातार प्रयत्न करने से बदलाव निश्चित होगा। उन्होंने कहा कि 7 दिवसीय विशेष शिविर करने के बाद आपका व्यक्तित्व का विकास अवश्य होगा, इसका मूल्यांकन आप अवश्य करें। एनएसएस यूनिट 01 के कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती शालिनी ने कहा कि गोद लिए गए गाँव में हम सभी अपने अपने सहयोग से वहाँ की समस्याओं को निदान करेंगे। 26 मार्च से गोद लिए नामकुम प्रखण्ड के खिजरी गाँव में एन एस एस के 100 स्वयंसेवक कार्य करेंगे एवं लोगों को जागरूक करेंगे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ एमलिन केरकेट्टा ने कहा कि एनएसएस के द्वारा 7 दिवसीय विशेष शिविर आयोजित करने से स्वयंसेवकों के अन्दर एक नेतृत्व करने की भाव विकसित होती है। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस टीम लीडर दिवाकर आनंद ने किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफल बनाने में आभास, अमन, सूरज, बॉबी, हर्षित, आरव, श्रवण, मनबहाल, नीतीश, आदित्य, अंजली, पिंकी, काजल, अनन्या, सृष्टि, बबीता, अमांषी, प्रकृति, सुषमा, कंचन, प्रियंका, गोपाल एवं अन्य की सराहनीय भूमिका रही।