RANCHI: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में अब सीनियर सिटीजन को इलाज के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं वार्ड में इलाज के दौरान उनकी स्पेशल केयर भी की जाएगी ताकि वे जल्दी ठीक होकर घर जा सकेंगे। इतना ही नहीं, सेवा भाव से वार्ड में उनका इलाज किया जाएगा। ये बातें राज्य के हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने कहीं। साथ ही कहा कि अपने पूरे जीवन काल में बुजुगरें को पूरा हक है कि वे एक सम्मान पूर्वक जीवन जिएं। इस अवस्था में उन्हें बीमार पड़ने पर परेशानियां झेलनी पड़ती है। लेकिन रिम्स का यह जेरियाट्रिक वार्ड बुजुर्गो के लिए वरदान साबित होगा। मौके पर कांके विधायक समरी लाल, रिम्स डायरेक्टर डॉ डीके सिंह, डॉ जेके मित्रा, डॉ संजय कुमार समेत अन्य लोग मौजूद थे।

एक छत के नीचे इएनटी, ऑर्थो व फिजियोथेरेपी

देशभर के 20 मेडिकल इंस्टीट्यूट्स में जेरियाट्रिक वार्ड की फैसिलिटी देने की घोषणा हुई है। रिम्स भी उन संस्थानों में से एक है। 30 बेड के इस वार्ड में सीनियर सिटीजन का इलाज होगा। वहीं एक ही छत के नीचे इएनटी, ऑर्थो और फिजियोथेरेपी की भी सुविधा मिलेगी, जिससे कि बुजुर्गो को इलाज के लिए किसी और वार्ड में शिफ्ट करने की नौबत ही नहीं आएगी।

वर्तमान में राज्य की सरकार बुजुगरें के बेहतर स्वास्थ्य के लिए और बुजुगरें के सम्मान के लिए बेहतर कदम उठा रही है। बुजुर्ग अवस्था में पहुंचने पर विभिन्न बीमारियां चपेट में ले लेती हैं। इसके लिए जरूरी है कि उनके स्वास्थ्य को सुधारने के लिए बेहतर व्यवस्था हो।

बन्ना गुप्ता, हेल्थ मिनिस्टर, झारखंड

30 बेड के साथ इस केंद्र की शुरुआत की गई है, बुजुगरें की संख्या देश भर में बढ़ रही है। ऐसे में उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से यह केंद्र खोला गया है। वृद्ध मरीज अस्पताल आने-जाने में सक्षम नहीं होते, जिससे इलाज कराना नहीं चाहते। ऐसे में यह केंद्र उनके लिए वरदान साबित होगा।

डॉ संजय कुमार, मेडिसीन डिपार्टमेंट