RANCHI: यदि आपका स्टार्टअप राज्य सरकार को पसंद आता है, तो आपको 10 लाख रुपए का अनुदान मिलेगा। ताकि आप अपने प्रोडक्ट, सर्विसेज को बेहतर तरीके से लोगों को उपलब्ध करा सकें। ये बातें सोसाइटी फॉर प्रोमोशन ऑफ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी(जैपआइटी)के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर सर्वेश सिंघल ने कहीं। शुक्रवार को वह बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी(बीएयू) में जैपआइटी व इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित स्टार्टअप समारोह में बोल रहे थे। श्री सिंघल ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न संस्थानों में कुल 16 स्टार्टअप समारोह कर रही है। इनमें से 50 इनोवेटर्स का सेलेक्शन कर 23-24 जनवरी को होनेवाले समारोह में अपने स्टार्टअप प्रपोजल के फाइनल प्रेजेंटेशन के लिए बुलाया जाएगा। ऐसे ही प्रत्येक सेलेक्टेड स्टार्टअप को सरकार 10 लाख रुपए का अनुदान देगी। जैपआइटी के विशेष कार्य पदाधिकारी राज कुमार गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

जॉब क्रिएटर बनें युवा

समारोह की चीफ गेस्ट गवर्नर द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि वैज्ञानिकों का मूल्यांकन केवल प्रकाशित शोधपत्र, बुकलेट, बुलेटिन एवं जारी की गई फसल किस्मों और प्रौद्योगिकी से नही होगा, बल्कि इस आधार पर होगा की उनके प्रयासों से किसानों का दुख-दर्द कितना दूर हुआ और उनका जीवन स्तर कितना ऊपर उठा। युवाओं को जॉब सीकर नहीं, बल्कि जॉब क्रिएटर बनने की जरूरत है। झारखंड के जंगलों में बहुतायत में उपलब्ध पलाश के फूल का व्यावसायिक-औद्योगिक उपयोग की संभावना तलाशनी चाहिए। न्यूजीलैंड के बाद दुनिया में सबसे खूबसूरत और बड़े आकर के गुलाब रांची में ही पैदा होते हैं।

एग्रीकल्चर कोर्स में संभावनाएं

बीएयू के कुलपति डॉ। परविंदर कौशल ने कहा कि नौजवानों के नवोन्मेषी आइडिया, उमंग और विचारों को उड़ान प्रदान करने के लिए यह आयोजन किया गया है। कृषि एवं संबद्ध पाठ्यक्रमों में आपार संभावनाएं है। जरूरत है कृषि स्नातकों की सोच को एक नई और स्पष्ट दिशा देने तथा उसे सफल बनाने के लिए अवसर प्रदान करने की।