RANCHI : टीनएजर्स समेत यंगस्टर्स अपने फैसले सोच-समझकर लें। शादी के पहले रिलेशनशिप बनाने से पहले हजार बार सोचें और अच्छे-बुरे को नजरअंदाज न करें। बुधवार को राज्य महिला आयोग के धुर्वा स्थित ऑफिस में मामलों की सुनवाई के दौरान कुछ ऐसी ही सलाह लोगों को दी गई। बुधवार को आयोग में 37 केसेज की सुनवाई हुई, जिसमें लगभग 6 केसेज का निपटारा किया गया। इसमें रांची समेत रामगढ़, बोकारो, हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद और सिमडेगा के केसेज भी पहुंचे थे।

यौन शोषण के केस में दी गई सलाह

राज्य महिला आयोग में सुनवाई के लिए यौन शोषण से संबंधित केसेज भी आए। आयोग की चेयरपर्सन महुआ माजी समेत लीगल एडवाइजर एके झा, किरण कुमारी और शबनम परवीन के पैनल की ओर से ऐसे केसेज में अलर्ट रहने और सोच-समझकर फैसले लेने की सलाह दी गई। आए हुए केसेज में एलिगेशन और संबंध के बाद शादी से मुकरने की बातें सामने आईं। आयोग की तरफ से इन सभी केसेज को अगली सुनवाई लिए डेट्स दी गई हैं।

सबसे ज्यादा घरेलू हिंसा के केसेज

राज्य महिला आयोग में घरेलू हिंसा के सबसे ज्यादा केसेज पहुंच रहे हैं। इनमें रांची की एक मुस्लिम महिला की ओर से डिवोर्स के लिए अपील की गई। महिला ने पति पर मारपीट का भी आरोप लगाया। महिला ने अपने पति के साथ रहने से इनकार भी कर दिया है। महिला ने कहा कि इस्लामी शरियत के हिसाब से उसका तलाक भी हो चुका है। महिला आयोग ने अभी तलाक को लीगल न मानते हुए इस मामले की सुनवाई के लिए उस महिला को डेट दी है, तब तक पूरे केस की जांच की जाएगी। घरेलू हिंसा के मामले को देखते हुए अगली सुनवाई तक आरोपी को सुधरने का मौका दिया गया है।