RANCHI: क्0वीं के छात्र रूपेश कुमार स्वांसी(क्म् वर्षीय) को पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर देकर मार डाला। घटना को गुरुवार देर रात राहे व दशम पुलिस द्वारा अंजाम दिया गया। मामले में एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने राहे थाना प्रभारी व दशम थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। साथ ही घटना की जांच का जिम्मा ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा को सौंप दिया है। दोनों पदाधिकारियों को जांच से अलग रखा गया है।

कैसे घटी घटना

जानकारी के मुताबिक, रूपेश कुमार स्वांसी बुंडू में निखिल ड्रेस में सेल्समैन के साथ-साथ पंडित केवला प्रसाद स्कूल में क्0वीें कक्षा में पढ़ता भी था। मूल रूप से वह सोनाहातू राहे का रहनेवाला था। उसके पिता भूषण स्वांसी पेशे से टीचर हैं। रूपेश अपनी दो बहनों के साथ आदर्शनगर बुंडू में किराए के मकान में रहता था। बताया जाता है कि गुरुवार को वह दुकान में था। शाम चार बजे के करीब खाना खाने के लिए घर गया था। वह घर पर आराम ही कर रहा था कि बुंडू का ही युवक किट्टू सोनार सिविल ड्रेस में दो पुलिसकर्मियों के साथ आया और रूपेश को बुलाकर ले गया। पहले उसे बुंडू थाना में रखा गया, फिर उसे एसडीपीओ पवन कुमार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। फिर उसे दशम थाना ले जाया गया, जहां पूछताछ के दौरान उस पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया। रिम्स में उसके शव पर राइफल के कुंदा व बूट के निशान पाए गए हैं।

बेटे ने क्या बिगाड़ा था, जिसे पुलिस ने मार डाला

सुबह में परिजनों को पता चला कि उनका बेटा रिम्स में एडमिट है। रात में उसकी तबीयत खराब हो गई तो उसे रिम्स में भर्ती कराया गया है। सुबह जब रूपेश के पिता भूषण स्वांसी रिम्स पहुंचे तो इमरजेंसी में उनके बेटे की बॉडी पड़ी हुई थी। उसके चेहरे पर मारपीट के निशान थे। रूपेश की दो बहनें अनिता और सुनीता अपने भाई के शव को देख कर रो रही थीं। वहीं, पिता का कहना था कि आखिर उसके बेटे ने पुलिस वालों का क्या बिगाड़ा था, जिसके लिए उसे मार डाला गया।

डीएसपी ने दिया था आश्वासन, नहीं होगी मारपीट

रूपेश की बहन अनिता का कहना है कि उसने भाई को पुलिस द्वारा ले जाने को लेकर खुद बुंडू डीएसपी पवन कुमार से बातचीत की थी। डीएसपी ने आश्वस्त किया था कि उसे केवल पूछताछ के लिए लाया गया है। उसके साथ मारपीट नहीं होगी। फिर भी, पुलिसकर्मियों ने उसे इतना पीटा कि वह मर गया। बुंडू से आए लोगों ने कहा कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की है। इस कांड में संलिप्त दोषियों को सजा देने और मृतक के परिजनों को ख्0 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की गई है।

क्या कहते हैं डीएसपी पवन कुमार

बुंडू डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि रूपेश के बारे में पुलिस को सूचना मिली थी कि वह हथियारों की आपूर्ति करता है। कुछ दिनों से उसकी तलाश भी की जा रही थी। गुरुवार को पुलिस उसे रंगेहाथ पकड़ने के लिए चंदनडीह से ही पीछा कर रही थी। बुंडू में उसे सिंगल शॉट पिस्टल बेचते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। इसके बाद राहे पुलिस उसे थाना ले गई। वहां पूछताछ हुई और हथियारों के बारे में जानकारी मांगी गई। उसकी निशानदेही पर पुलिस उस इलाके में गई जहां उसने हथियार छिपाए थे। रूपेश को कुदाल से मिट्टी काटने को कहा, कुदाल चलाते हुए वह वहीं पर बेहोश हो गया। इसके बाद पुलिस उसे लेकर रिम्स पहुंची, जहां कुछ देर बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।

जो उठ रहे हैं सवाल

- चंदनडीह से पीछा करते बुंडू तक पहुंची राहे पुलिस ने बुंडू पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी?

- परिजन कह रहे हैं कि उसे किट्टू सोनार के साथ दो(पुलिसकर्मी)सिविल ड्रेस में घर आए थे और रूपेश को साथ ले गए।

- हथियार के साथ शाम में ही रंगेहाथ पकड़ा गया, तो फिर मीडिया और परिजनों से यह बात क्यों छिपाई गई?

- परिजनों को बताया गया था कि राहे में बाइक चोरी मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ले गई है।

- जहां से पुलिस युवक को पकड़ने का दावा कर रही है, वहां आसपास के लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी।

-रूपेश दोपहर में निखिल ड्रेस में काम करने के दौरान खाना खाने के लिए आदर्शनगर स्थित घर गया था।

- कुदाल चलाते हुए बेहोश हो जाना और फिर मौत होने की बात सवाल खड़ी करती है

- रिम्स में पड़ी उसकी बॉडी के चेहरे पर बूट और कुंदे से मारे जाने के निशान पाए गए हैं।