RANCHI: व्यवस्था सुधारिए तभी खुलेगा ताला कंबाइंड क्लास नहीं करेंगे के यहां नारे लग रहे थे। शुक्रवार को यह नजारा रांची यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में सुबह 10.30 बजे का था। अपनी मांगों को लेकर स्टूडेंट्स ने एबीवीपी के साथ मिलकर यहां तालाबंदी कर दी थी। इस दौरान इंस्टीट्यूट में तीन घंटे तक ताला लगा रहा। इसके बाद रांची यूनिवर्सिटी के प्रो-वीसी पहुंचे और स्टूडेंट्स को व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया, तब जाकर ताला खोला गया।

न टीचर्स थे, न ही को-ऑर्डिनेटर

इससे पहले शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे जब स्टूडेंट्स आए तो देखा कि डिपार्टमेंट में न तो कोई टीचर हैं और न ही को-ऑर्डिनेटर। इसके बाद कुछ स्टूडेंट्स ने बाकी सभी स्टूडेंट्स और स्टाफ को बाहर निकाला और एबीवीपी के मेंबर्स के साथ मिलकर गेट पर ताला लगा दिया। स्टूडेंट्स का कहना था कि यहां 12 टीचर्स हैं, लेकिन आते केवल छह हैं। इस कारण कंबाइंड क्लास चलती है, जिससे प्रॉब्लम होती है। यहां वाई-फाई तो लगाया गया है, लेकिन सिर्फ नाम का है।

लैब का यूज नहीं

स्टूडेंट्स का कहना है कि नया कंप्यूटर लैब पिछले छह महीने से बनकर तैयार है, लेकिन उसका यूज नहीं करने दिया जाता है। अगर वे लोग प्रॉब्लम ही फेस करते रहेंगे तो पढ़ाई कब करेंगे। इसी दौरान आरयू के सीसीडीसी डॉ पीके सिंह वहां पास में हो रहे कंस्ट्रक्शन वर्क को देखने पहुंचे थे। स्टूडेंट्स ने उनसे कहा कि सर, हमारे लिए एक कैंटीन बनवा दीजिए। इस पर उन्होंने कहा कि मैं वोकेशनल डिपार्टमेंट नहीं देखता हूं, इसलिए कुछ नहीं कर सकता।

तीन घंटे तक लगा रहा ताला

स्टूडेंट्स बीच-बीच में नारेबाजी भी कर रहे थे। एबीवीपी के शशांक ने कहा कि हमने यहां की प्रॉब्लम से सबंधित आवेदन कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी मुख्यालय में भी दिया था, लेकिन इसे सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। इस दौरान इंस्टीट्यूट में तीन घंटे तक ताला लगा रहा। फिर आरयू के प्रोवीसी डॉ एम रजीउद्दीन वहां पहुंचे और स्टूडेंट्स से कहा कि सोमवार तक सभी समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा। इसके बाद स्टूडेंट्स शांत हुए और ताला खोला गया।