रांची (ब्यूरो): पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए स्कूली बच्चों का खेल सामग्री खरीदने के लिए पैसा भेजा गया है। झारखंड स्टेट प्रोजेक्ट काउंसिल द्वारा स्कूलों में खेलने का सामान खरीदने के लिए 18 करोड़ रुपए दिया गया है। इस पैसे से प्राथमिक स्कूल के बच्चों से लेकर हाई स्कूल तक के बच्चों के लिए खेलने का सामान खरीदा जाएगा। पैसा भेजने के साथ ही स्कूलों को निर्देश भी दिया गया है कि वो 15 दिनों के अंदर सामान खरीदकर रिपोर्ट करें।

35 हजार स्कूलों को पैसा

राज्य के प्राथमिक से लेकर प्लस टू स्कूलों में खेल सामग्री खरीदी जाएगी। इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना ने जिलों को राशि आवंटित कर दी है। राज्य के 35 हजार स्कूलों के लिए 17.96 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक द्वारा इस संबंध में सभी जिलों को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि प्राथमिक व मध्य विद्यालय को पांच हजार और हाइस्कूल व प्लस टू स्कूल को सात हजार रुपए का सामान खरीदना होगा। स्कूलों को पत्र प्राप्त होने के दस दिनों के अंदर सामान खरीदने को कहा गया है। यह पैसा स्कूलों को समग्र शिक्षा अभियान के तहत दी गयी है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में राशि की स्वीकृति दी गयी थी। खेल सामान के खरीदने के लिए 60 प्रतिशत राशि केंद्र व 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी गई है।

स्कूलों की होगी जिम्मेवारी

खेल सामग्री खरीदने और रख-रखाव की पूरी जिम्मेदारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं खेल शिक्षक की होगी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बच्चों को खेल से संबंधित सामान खरीदने के लिए जब पैसा दिया जाता है, उस समय सामन तो खरीद लिया जाता है, लेकिन उसकी देखरेख अच्छे से नहीं की जाती है। इस कारण सामान बर्बाद हो जाता है। अब अगर सामान खराब या बर्बाद हुआ तो इसकी सारी जिम्मेवारी स्कूल के प्रिंसिपल की होगी।

स्पोट्र्स टीचर रखे जाएंगे

अधिकतर स्कूलों में खेल टीचर नहीं है। इस कारण बच्चों में खेल भावना के प्रति इंट्रेस्ट नहीं बढ़ रहा है। इसको देखते हुए प्रोजेक्ट काउंसिल की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है कि जिन विद्यालयों में खेल शिक्षक नहीं हैं, वहां खेल में रुचि रखने वाले किसी शिक्षक को नोडल शिक्षक के रूप में नामित करना होगा। यह भी निर्देश दिया गया है कि हर स्कूल को खेल का टीचर रखना अनिवार्य होगा। खेल शिक्षक को नामित करने की जिम्मेदारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक को दी गयी है।

स्कूल वाइज खरीदारी

प्राइमरी स्कूल: लूडो, फ्लाइंग डिस्क, क्रिकेट बैट, टेनिस बॉल, स्टंप, फुटबॉल, एयर पंप

मिडिल स्कूल: फु टबॉल, वालीबॉल, लूडो, चेस, क्रिकेट बैट, टेनिस बॉल, स्टंप, फु टबॉल, एयर पंप, ट्रंक

हाई स्कूल: वालीबॉल, जेवलिन, शॉटपुट, एयर पंप, ट्रंक, फु टबॉल, लूडो, चेस, क्रिकेट बैट, टेनिस बॉल, स्टंप

प्लस टू स्कूल: वालीबॉल, जेवलिन, शॉटपुट, एयर पंप, ट्रंक, फु टबॉल, लूडो, चेस, क्रिकेट बैट, टेनिस बॉल, स्टंप

बच्चों को अब पढ़ाई के साथ-साथ उनमें खेल भावना के साथ मानसिक और शारीरिक विकास के लिए स्कूलों में खेल के सामान खरीदने के लिए पैसा दिया गया है। सभी स्कूलों को 15 दिनों में सामान खरीदकर रिपोर्ट करनी है।

-किरण कुमार पासी, स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर