RANCHI: किडनैपर ऑटो से ले गए और मारुति वैन से पहुंचाया। जी हां, अभिषेक रंजन ने शनिवार को सिविल कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष क्म्ब् के तहत अपने बयान में यही दर्ज कराया है। उसने बताया कि डीएवी स्कूल के पास से रूमाल सुंघा कर उसे ऑटो में उठा लिया गया। इसके बाद देर रात एक बजे के करीब मारुति वैन से ओटीसी ग्राउंड के पास लाकर उसे छोड़ दिया गया। अभिषेक के अपहरण मामले में उसके इस बयान पर पुलिस को संदेह है। आशंका है कि कहीं पेपर खराब जाने के कारण अपहरण की कहानी तो नहीं गढ़ी गई। गौरतलब हो कि न्यू शाहदेव नगर (पिस्का मोड़) निवासी शिक्षक अशोक सिंह के पुत्र अभिषेक रंजन का शुक्रवार को अपहरण कर लिया गया था।

तीन बजे हुआ मेडिकल

अभिषेक रंजन की बरामदगी के बाद शुक्रवार की सुबह तीन बजे उसका मेडिकल हुआ था। इसके बाद उसे पंडरा ओपी ले जाया गया, जहां से शनिवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत किया गया।

शुक्रवार को हुआ था अपहरण

गौरतलब हो कि अभिषेक रंजन का अपहरण शुक्रवार को कर लिया गया था। इसके बाद अपहर्ताओं ने घर में पर्ची फेंककर दो लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। फिरौती की रकम नेतरहाट पहुंचाने को कहा गया था। लेकिन, रांची पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए रात एक बजे ही अभिषेक को ओटीसी ग्राउंड के पास से बरामद कर लिया।

पेपर खराब होने से अपहरण की कहानी तो नहीं गढ़ी

अभिषेक की बरामदगी के बाद पंडरा थाने में सिटी एसपी किशोर कौशल ने उससे पूछताछ की। अभिषेक ने पुलिस को अपहरण की जो कहानी बताई, पुलिस को उस पर संदेह हो रहा है। अभिषेक ने पुलिस को बताया कि उसे कुछ लोग उठा कर ले गए थे। उसके साथ मारपीट की और देर रात ओटीसी ग्राउंड में लाकर छोड़ दिया। हालांकि, पुलिस जांच कर रही है कि कहीं पेपर खराब होने के कारण तो अपहरण की यह कहानी नहीं गढ़ी गई। शनिवार को कोर्ट में क्म्ब् का बयान दर्ज कराने के बाद उसे परिजनों को सौंपा जाएगा।

परीक्षा देकर लौट रहा था

जेवीएम श्यामली के क्ख्वीं के छात्र अभिषेक की परीक्षा चल रही है। उसका सेंटर डीपीएस है। शुक्रवार को वह परीक्षा देकर अपने दोस्त के साथ बाइक पर डीपीएस से निकला। दोस्त ने उसे रातू रोड छोड़ा और कोचिंग के लिए निकल गया। अभिषेक घर जाने के लिए ऑटो में बैठ गया। लेकिन, घर नहीं पहुंचा। पिता अशोक सिंह ने दो-तीन बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, पर उससे बात नहीं हो सकी। मोबाइल बंद हो गया। तब परिजनों ने पंडरा थाने में लिखित शिकायत की। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल जांच टीम गठित कर तहकीकात शुरू कर दी।

घर में पर्ची फेंकी मांगी फिरौती

अभिषेक के छोटे भाई को बालकनी में पत्थर में लिपटी पर्ची मिली। इसमें लिखा था कि अभिषेक को ख्0क्ब् में टॉप होने पर इनाम की जो राशि मिली है, उसे नेतरहाट पहुंचा दें। नेतरहाट में पैसे कहां पहुंचाना है, आपको पता है। गौरतलब हो कि अभिषेक ख्0क्ब् में जैक द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में राज्य में सेकेंड टॉपर रहा था। राज्य सरकार ने फ‌र्स्ट टॉपर को तीन लाख, सेकेंड को दो लाख व थर्ड टॉपर को एक लाख कैश प्राइज दिया था। पर्ची में लिखा था कि उसका अपहरण क्क् मार्च को ही कर लिया जाता। लेकिन वह अपनी मां के साथ कार से चला गया, इसलिए उस दिन बच गया।