रांची(ब्यूरो)। रांची का सदर अस्पताल बनकर तैयार है। भवन निर्माण विभाग ने रांची के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कांट्रेक्टर से बिल्डिंग हैंडओवर लेने को कहा है। अब बिल्डिंग हैंडओवर लेने के साथ ही यहां इलाज शुरू हो जाएगा। इलाज शुरू करने से पहले स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति की जाएगी, इसके लिए सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा गया है।

मैन पवार के लिए लिखा पत्र

अस्पताल बना रही कंपनी विजेता प्रोजेक्ट्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड ने झारखंड राज्य भवन निर्माण निगम लिमिटेड को अस्पताल भवन तैयार होने का दावा किया है। सके बाद निगम ने रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार को पत्र लिखकर अस्पताल भवन शीघ्र हैंडओवर लेने का अनुरोध किया है। लेकिन, अस्पताल संचालन के लिए न तो जरूरी फ र्नीचर हैं, न ही मैन पावर। मैन पावर की तैनाती का निर्णय स्वास्थ्य विभाग को लेना है। सीएस की ओर से अगस्त में ही स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर मैन पावर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई जवाब नहीं आया है।

इलाज में हो रही परेशानी

अभी सदर अस्पताल में हर दिन करीब एक हजार मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। एक माह में लगभग 30 हजार मरीज इलाज कराने आते हैं। कोरोना संक्रमण थमने के बाद अस्पताल में गाइनी, मेडिसिन, पिडियाट्रीक, ऑर्थो विभाग और इमरजेंसी में मरीजों की संख्या में काफ इजाफ ा हुआ है। दूसरी ओर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या में कमी आयी है। मानव संसाधनों की कमी के कारण मरीजों को इलाज कराने में परेशानी हो रही है।

डॉक्टरों की कमी

अस्पताल में 500 बेड के हिसाब से करीब 140 चिकित्सक होने चाहिए, जबकि यहां सिर्फ 60 चिकित्सक कार्यरत हैं। इसी तरह पारा मेडिकल स्टाफ , एएनएम, जीएनएम, वार्ड अटेंडेंट, सफ ाईकर्मी, ट्रॉली मैन, बॉडी कैरी करने वाले लोडर और ड्रेसर की भी किल्लत है। क्षमता से आधी संख्या में कर्मचारी काम कर रहे हैं। कर्मियों की नियुक्ति अलग-अलग ढंग से होने के कारण उनके बीच काम करने को लेकर हमेशा विवाद बना रहता है।

टेक्निशियन की जरूरत

अस्पताल के नवनिर्मित भवन में ओटी मैनेमेंट, ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट, स्टरलाईजेशन, मैकेनाईज्ड लॉड्री, सिवरेज ड्रेनेज सिस्टम, रेफ्रिजरेशन व एयरकंडीशनिंग आदि सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक संयंत्र लगाए गए हैं। इसके संचालन को टेक्निकली स्किल्ड मैनपावर चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए कुल 111 कर्मचारियों की तैनाती का प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन विभाग ने निर्णय नहीं लिया है।

बजट 354 करोड़ हो गया

राज्य सरकार ने विधानसभा के बीते बजट सत्र में घोषणा की थी कि अस्पताल का निर्माण मार्च 2022 में पूरा हो जाएगा। सरकार ने अप्रैल में चौथी बार निर्माण की राशि में 46.39 करोड़ का इजाफा कर दिया। वर्ष 2007 में 500 बेड के सदर अस्पताल के निर्माण पर 137 करोड़ रुपए निर्धारित था। वर्ष 2012 में अस्पताल शुरू किया जाना था, लेकिन वर्ष 2022 भी बीतने को है और हॉस्पिटल की शुरुआत नहीं हो पाई है।

भवन निर्माण विभाग से अस्पताल निर्माण करने वाली कंपनी से हैंड ओवर लेने के लिए पत्र आया है, लेकिन हमारे पास अस्पताल चलाने के लिए अभी कर्मचारी नहीं हंै। ना ही इस भवन में अभी फर्नीचर लगा है।

-विनोद कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन, रांची