रांची (ब्यूरो) । यूजीसी ह्युमन रिसोर्स डेवलपमेंट सेंटर में गुरु दक्षता कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को मारवाड़ी महाविद्यालय रांची की सहायक प्राध्यापिका डॉ सीमा चौधरी का व्याख्यान भारतीय कला एवं संस्कृति विषय पर हुआ। उन्होंने बताया कि आज के छात्रों को भारतीय कला एवं संस्कृति से जोडऩा पूरे अध्यापक समाज के लिए चुनौती है। छात्र आधुनिकीकरण के अंधी दौड़ में दौडक़र अपनी जमीन से उखड़ते जा रहे हैं। यही वजह है कि कई बार वे हिंसक हो जाते हैं उनका नियंत्रण अपने शरीर पर भी नहीं होता। केवल शिक्षक कॉलेज में सिलेबस ही पूरा ना करें, वे छात्रों के संपूर्ण व्यक्तित्व को तराशने का काम करें। इस व्याख्यान के दौरान देशभर के 42 प्रतिभागी शामिल हुए। इस अवसर पर कोर्स कोआर्डिनेटर डॉ जितेंद्र कुमार सिंह मौजूद थे।

चन्द्रयान- 3 की सफलता पर प्रोग्राम

डीएवी पब्लिक स्कूल, बरियातु रांची में चन्द्रयान- 3 की सफलता पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। विद्यालय के लिए यह सफलता इसलिए भी विशेष है कि वह इस अभियान में इस स्कूल का विद्यार्थी सोहन कुमार यादव का भी योगदान है। सत्र 2010-2012 के सोहन कुमार यादव चन्द्रयान-3 के प्रोपल्शन डेवेलपमेन्ट सिस्टम से जुड़े थे। सोहन मेधावी छात्र थे।

सादगी भरी जीवटता

गरीबी उनके सपने में बाधा नहीं बनी। विद्यार्थियों द्वारा विद्यार्थियों के लिए प्रस्तुत कार्यक्रम में वैज्ञानिकों के अथक प्रयास और सोहन की सादगी भरी जीवटता को पेश किया गया। प्राचार्य विनय कुमार पाण्डेय ने कहा कि जिनकी कोशिशें कभी थकती नहीं, उड़ान उनकी ही कल्पना भरती हैं। कोशिशें करते रहना और नित स्वयं को बेहतर बनाना सफलता का मूल मंत्र है।