रांची(ब्यूरो)। सिटी में गर्मी का पारा जैसे-जैसे चढ़ रहा है लोगों को मौसमी बीमारियां भी चपेट में लेने लगी है। कई लोग गर्मी की वजह से बीमार हो रहे हैं। बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं जो डॉक्टर के पास इलाज कराने नहीं जा सकते, उनके लिए टेलीमेडिसिन 104 सेवा वरदान साबित हो रही है। झारखंड सरकार द्वारा जो टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की गई है उसका लाभ शहर के लोग खूब उठा रहे हैं। बीमार होते ही 104 डायल करके डॉक्टरों से इलाज के साथ ही दवाइयां भी जान ले रहे हैं।

2014 में हुई शुरुआत

झारखंड सरकार द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत 2014 में हुई थी। यह सेवा राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। पिछले 8 सालों का सफर तय करते हुए राज्य के 55 लाख लोगों ने 104 टेलीमेडिसिन सेवा में कॉल कर डॉक्टरी परामर्श लिया है। पिरामल स्वास्थ्य द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा में 8 डॉक्टरों की टीम है। तीन शिफ्ट में ये डॉक्टर मरीजों को परामर्श देने का काम करते हैं।

कोरोना काल में सबसे ज्यादा कॉल

104 टेलीमेडिसिन सेवा से कोरोना काल के दौरान अधिकतर लोगों ने कोरोना से संबंधित जानकारी, इसके लक्षण और दवा की जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉल किया। क्योंकि उस वक्त अस्पतालों में ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बाधित थीं। वहीं पोस्ट कोविड समस्याओं की निदान को लेकर भी लोगों ने कॉल किया। कोरोना काल में लोगों ने वैक्सीन को लेकर भी पूछताछ की। वहीं महिलाओं ने कॉल कर कोरोना वैक्सीनेशन के बाद बच्चों को स्तनपान करा सकती है या नहीं, इसकी जानकारी ली है। जबकि गर्भवती महिलाओं ने कॉल कर कोरोना के टीका के विषय में जानकारी ली। बुजुर्गों ने कॉल कर बूस्टर डोज के विषय में पूछा। वहीं पूर्व में वैक्सीन लेने वाले कोमॉर्बिड मरीजों को रिएक्शन भी हुआ था, जिसको लेकर 104 टेलीमेडिसिन पर कॉल करने वाले बुजुर्ग लोगों ने अपनी शंकाओं को दूर किया है।

क्या है टेलीमेडिसिन सेवा

104 नंबर पर डायल करते ही हेल्थ इनफॉरमेशन सेंटर में बैठे डॉक्टर और पारा मेडिकल कर्मी चिकित्सीय जानकारी देते हैं। यह सुविधा 24 घंटे राज्य के लोगों को मिलती है। यहां मरीजों को बीमारी से संबंधित परामर्श के साथ-साथ दवाओं की जानकारी और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जाती है।

एक महीने में 1.67 लाख कॉल

104 टेलीमेडिसिन सेवा में 15 दिसंबर से 17 जनवरी के बीच राज्य के 1.67 लाख लोगों ने कॉल करके डॉक्टरी सलाह ली है। वहीं वीडियो कॉल के माध्यम से भी 6500 लोगों ने चिकित्सक से परामर्श लिया है। प्रतिदिन 5160 के करीब लोगों ने टेलीमेडिसिन सेवा के लिए कॉल किया है।