रांची (ब्यूरो) । वरिष्ठ कांग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव, आलोक कुमार दूबे और डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा है की प्रदेश अध्यक्ष की वजह से कांग्रेस पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा की पार्टी के लिए दो साल संघर्षपूर्ण, दोषपूर्ण और असंतोष का भाव रहा। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल में गुटबाजी को बढ़ावा मिला,पूरे प्रदेश में अराजकता बढ़ी है और पार्टी में नाराजगी है और मारपीट हो रही है। राष्ट्रीय पदाधिकारियों के पुतले तक जलाये गये हैं। वरिष्ठ, अनुभवी और संघर्षशील पार्टी कार्यकर्ताओं को संगठन से दूर रखा गया है जिसका खामियाजा संगठन को उठाना पड़ रहा है। प्रदेश अध्यक्ष पार्टी नहीं किसी व्यक्ति के एजेंडा को पूरा करने के लिए संगठन का उपयोग करते हैं, इसलिए पार्टी का कार्यक्रम या तो सिर्फ़ कोरम पूरा किया जाता है या पूरी तरह से बदल दिया जाता है।

विभूतियों के नाम पर

किशोर शाहदेव ने कहा सरकार में 17 विधायकों के साथ गठबंधन में होने के बावजूद किसी भी योजना का नाम कांग्रेस के विभूतियों के नाम पर अंकित नहीं है। किशोर शाहदेव ने कहा रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी की हार यह साबित करने के लिए काफी है कि पार्टी ने अपना जनाधार खो दिया है। प्रदेश अध्यक्ष और अगर प्रदेश अध्यक्ष डुमरी उपचुनाव में प्रचार करने गये तो वहां भी स्थिति खराब हो सकती है।

नारे लगवाना दुर्भाग्यपूर्ण

वहीं पार्टी के वरीय नेता आलोक कुमार दुबे ने कहा की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष 10 लोगों से दो साल बेमिसाल के नारे लगवा रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रदेश अध्यक्ष को सोते समय अपने कार्यकाल का आकलन करना चाहिए तब उन्हें समझ आयेगा करेंगे कि पार्टी के लिए पिछला दो साल संघर्षपूर्ण, दोषपूर्ण, असंतोष का भाव वाला रहा। उन्होंने कहा की 2 साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की व्यक्तिगत हैसियत में एवं पारिवारिक सदस्यों की हैसियत में बेमिसाल बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा पूरे राज्य में कहीं भी प्रदेश अध्यक्ष के 2 साल कार्यकाल को लेकर उत्साह देखने को नहीं मिला।