रांची (ब्यूरो) । कई सालों के लंबे इंतजार के बाद रांची में इंटरस्टेट बस टर्मिनल बनने का काम शुरू होने वाला है। झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एजेंसी (जुडको) की ओर से पीपीपी मोड पर काम करने के लिए एजेंसी चयन का काम शुरू हो गया है। नौ जनवरी को इसके लिए प्रीबीड मीटिंग होगी, अगले साल से यहां काम भी शुरू हो जाएगा। बता दें कि कई सालों से रांची में बस टर्मिनल बनने का प्रयास हो रहा है। अब इसकी बाधाएं दूर हो गई हैं।

पीपीपी मोड पर होगा काम

रांची में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण बहुत जल्द शुरू होने वाला है। यह बस टर्मिनल कांके अंचल के दुबलिया में बनाया जाना है। इसके निर्माण की मंजूरी नगर विकास विभाग ने दे दी है। इसके साथ ही बस टर्मिनल डेवलपमेंट के लिए टेंडर भी जुडको की ओर से जारी हुआ है। इस पूरी योजना का क्षेत्रफल 38.504 एकड़ जमीन में होगा, जबकि बस टर्मिनल के डेवलपमेंट का काम 29 एकड़ जमीन पर किया जाना है। यह सभी काम पीपीपी मोड पर कराने की योजना है।

लीज पर मिलेगी जमीन

बस टर्मिनल को निजी भागीदारी से तैयार किया जाएगा, फि र राज्य सरकार को इसे हैंडओवर किया जाएगा। निजी भागीदार कॉमर्शियल फैसिलिटी के लिए जमीन लीज पर देगा, ताकि राज्य सरकार की आय में बढ़ोतरी हो सके। यहां सभी तरह की सुविधाएं डेवलप की जाएंगी, अभी तक इंटर स्टेट बस टर्मिनल नहीं होने की वजह से बहुत परेशानी होती है। शहर के बीचोंबीच कांटा टोली और आईटीआई बस स्टैंड के पास से इंटर स्टेट बसों का संचालन हो रहा है।

यहां से खुलेंगी यात्री बसें

इस अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का निर्माण पूरा हो जाने के बाद अलग-अलग शहरों से आने वाली बड़ी-बड़ी बसें यहां ठहरेंगी। शहरी क्षेत्र के बाहर ही बसों का ठहराव होने से शहर के अंदर लगने वाले जाम की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। इसके साथ ही डीजल इंजन वाले वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं से भी आम लोगों को निजात मिल पाएगी। जुडको की ओर से बस टर्मिनल का निर्माण निजी भागीदार से करवाया जाएगा। इसके लिए जमीन 60 साल की लीज पर दी जानी है।

अभी क्या है व्यवस्था

फि लहाल रांची में कांटा टोली बस स्टैंड, राज ट्रांसपोर्ट धुर्वा एवं आईटीआई बस स्टैंड से बसों का परिचालन किया जा रहा है। कांके रोड स्थित चांदनी चौक से भी कुछ बसें परिचालित की जाती हैं। नए टर्मिनल के बनने से रांची बस टर्मिनल पर वाहनों का दबाव कम होगा। हर दिन सभी बस स्टैंड से वाहन कोलकाता, ओडि़शा, छत्तीसगढ़, पटना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड के कई शहरों के लिए रवाना होते हैं। बस स्टैंड शहर के बीचोबीच होने के कारण जाम लगने पर लोगों को आवागमन में बहुत परेशान होती है। इस वजह से सरकार ने शहर के बाहर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल बनवाने का निर्णय लिया है। अब शहरवासियों को इसका निर्माण कार्य शुरू होने का इंतजार है।