RANCHI:झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन ने स्थायी जजों के रूप में जस्टिस राजेश कुमार, जस्टिस अनुभा रावत चौधरी और जस्टिस कैलाश प्रसाद देव को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। करीब 2 साल पहले तीनों जज हाई कोर्ट में अपर न्यायाधीश बने थे। सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम की अनुशंसा के बाद केंद्र सरकार ने तीनों को स्थायी जज नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की थी। शपथ ग्रहण समारोह में झारखंड स्टेट बार काउंसिल, एडवोकेट एसोसिएशन, महाधिवक्ता, झारखंड हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार वरीय अधिवक्ता, अधिवक्ता और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

जजों की संख्या 19 हो गई

झारखंड हाईकोर्ट के महाधिवक्ता अजीत कुमार ने तीनों जजों को स्थायी जज बनाने को लेकर सबसे पहले बधाई दी और उन्होंने कहा कि झारखंड हाईकोर्ट में ऐसे ही बहुत ही सुलभ तरीके से न्याय मिलती थी और इन लोगों के स्थायी जज हो जाने के बाद और भी लोगों को न्याय मिलेगी। झारखंड हाई कोर्ट में कुल जजों की संख्या 19 हो गई है। झारखंड हाईकोर्ट में जजों के कुल 25 पद हैं।

जस्टिस राजेश कुमार

झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस राजेश कुमार का जन्म बिहार में हुआ था। इनके पिता का नाम बिंदेश्वर सिंह है। इनकी प्रारंभिक शिक्षा सिकिदिरी प्रोजेक्ट स्कूल रांची में हुई थी। जस्टिस राजेश ने रांची के रातू रोड स्थित सरकारी स्कूल से हाई स्कूल की पढ़ाई की। सेंट जेवियर्स कॉलेज से उन्होंने इंटर की पढ़ाई की। आगे की पढ़ाई के लिए यह दिल्ली चले गए। दिल्ली यूनिवर्सिटी से गणित सांख्यिकी ऑनर्स किया, जिसके बाद वर्ष 1990- 93 में वहीं से लॉ की डिग्री प्राप्त कर ली। डिग्री मिलने के बाद 1994 में इन्होंने तीस हजारी कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी। 1996 में झारखंड हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। वह वर्ष 2011 से 2017 तक सरकारी वकील रहे।

जस्टिस अनुभा रावत

झारखंड हाई कोर्ट की जस्टिस अनुभा रावत की शुरुआती पढ़ाई रांची स्थित गुरुनानक स्कूल में हुई। यहीं से इन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की। दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने भौतिकी में ऑनर्स किया। उन्होंने लॉ की पढ़ाई वहीं से की और 1995 में पटना हाई कोर्ट की रांची बेंच में प्रैक्टिस करने लगीं। हाई कोर्ट में भारत सरकार की वकील रहीं, कई बैंकों के पैनल में वकील थीं। जस्टिस अनुभा रावत झालसा बोर्ड की सदस्य भी रह चुकी हैं। उन्होंने जनहित के कई मामलों में न्याय मित्र के तौर पर काम किया है।

जस्टिस कैलाश प्रसाद देव

झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस कैलाश प्रसाद देव का जन्म देवघर की बरनी बाग मोहल्ले में 1967 में हुआ था। इनके पिता सत्येंद्र प्रसाद देव संयुक्त बिहार में डीजीपी रहे। बेहतर सेवा के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुलिस पद से नवाजा गया था। इनकी प्रारंभिक पढ़ाई देवघर में हुई थी। इसके बाद मुंगेर, भागलपुर और पटना में आगे की पढ़ाई हुई। दिल्ली में लॉ की डिग्री लेने के बाद उन्होंने 1996 में देवघर सिविल कोर्ट में प्रैक्टिस की। इसके बाद वह पटना हाई कोर्ट चले गए। झारखंड हाई कोर्ट बनने के बाद वह रांची आ गए और सरकार के विभिन्न विभागों और सीबीआई के अधिवक्ता के रूप में काम कर चुके हैं।