RANCHI: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 11 फरवरी से शुरू हो रही है। दोनों परीक्षाओं में राज्य भर से 621384 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। मैट्रिक के 940 केंद्रों पर 387021 तो इंटर में 470 केंद्रों पर 234363 परीक्षार्थी हैं। मैट्रिक की परीक्षा 9:45 से 1 बजे तक तथा इंटर की 2 से 5:15 बजे तक चलेगी। परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले सेंटर पर पहुंचने का निर्देश है। जैक अध्यक्ष डॉ। अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि कदाचारमुक्त व शांतिपूर्ण परीक्षा की तैयारी कर ली गई है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि परीक्षार्थी कदाचार करते पकड़े गए तो इसके लिए वीक्षक व केंद्राधीक्षक जिम्मेदार होंगे। सेंटर के मुख्य द्वार पर ही परीक्षार्थियों की पूरी जांच के बाद प्रवेश दिया जाएगा। वीक्षक भी परीक्षा कक्ष में मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। मोबाइल के साथ पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।

सभी डिस्ट्रिक्ट में होंगे ऑब्जर्वर

जैक की मैट्रिक और इंटर परीक्षाओं की निगरानी के लिए सभी जिलों में एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निदेशकों के अलावा विभाग तथा झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के पदाधिकारियों को पर्यवेक्षक बनाया गया है। सभी को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। पर्यवेक्षक प्रखंडवार नामांकित एवं परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों तथा कदाचार में संलिप्त विद्यार्थियों की सूची के साथ अपना प्रतिवेदन माध्यमिक शिक्षा निदेशक को सौंपेंगे।

फोटो का कर लें ठीक से मिलान

डीइओ मिथिलेश कुमार सिन्हा ने कहा कि परीक्षा अवधि में परीक्षार्थियों के प्रवेशपत्र एवं उपस्थिति पत्रक पर लगाए गए फोटो एवं अंकित हस्ताक्षर की गहनता से मिलान कर लें। वीक्षक संतुष्ट हो लें कि वास्तविक परीक्षार्थी ही परीक्षा में भाग ले रहे हैं। परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार पर ही परीक्षार्थियों की बॉडी सर्च मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में की जाएगी। केंद्र पर सभी वीक्षकों के गले में लेमिनेटेड एवं केंद्राधीक्षक द्वारा हस्ताक्षरित फोटोयुक्त परिचय पत्र रखना अनिवार्य होगा। सामान्य तौर पर देखा जाता है वीक्षक पहचान पत्र को पॉकेट में रख लेते हैं।

काम कर रहा नियंत्रण कक्ष

परीक्षा के सफल संचालन के लिए जैक का नियंत्रण कक्ष चल रहा है। यह सुबह आठ से शाम सात बजे तक खुला रहेगा। परीक्षा संबंधी किसी भी तरह की जानकारी 7485093433, 7485093436, 7485093440 पर ले सकते हैं।

दिव्यांग को मिलेंगे अतिरिक्त समय

दिव्यांग परीक्षार्थियों को अतिरिक्त समय दिया जाएगा। हर एक घंटे पर 20 मिनट का अतिरिक्त समय देने का प्रावधान है। इन्हें लेखक भी उपलब्ध कराया जाएगा। कोई परीक्षार्थी अचानक बीमार पड़ जाते हैं या दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं तो इन्हें भी परीक्षा लिखने के लिए लेखक मिलेगा। लेकिन बीमार या दुर्घटना की जांच असिस्टेंट सर्जन करेंगे। यदि सही पाया गया तो सेंटर सुप¨रटेंडेंट एक विद्यार्थी उपलब्ध कराएंगे जो परीक्षार्थी से नीचे की कक्षा के होंगे। साथ ही ये निश्शुल्क भी होंगे। इनके लिए अलग कमरे की व्यवस्था की जाएगी और यहां एक असिस्टेंट सुप¨रटेंडेंट भी नियुक्त किए जाएंगे। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई जिला शिक्षा पदाधिकारी करेंगे।