RANCHI: गले में मेडल, हाथ में सर्टिफिकेट और चेहरों पर खुशी के भाव। यह नजारा शुक्रवार को जैक सभागार में देखने को मिला। राज्यभर में मैट्रिक, इंटर, मदरसा और वोकेशनल कोर्स के ब्9 टॉपर्स को मेडल, सर्टिफिकेट और कैश प्राइज देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उर्सुलाइन हाई स्कूल की छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई। इसके पूर्व मांदर और नगाड़े बजाकर अतिथियों का स्वागत किया गया। प्रोग्राम के चीफ गेस्ट सीएम रघुवर दास थे। शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक विशिष्ट अतिथि मौजूद थीं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनीष रंजन सहित तमाम शिक्षा पदाधिकारी और शिक्षाविद मौके पर मौजूद थे।

बिना भेदभाव बजे जैक की बेल

सीएम रघुवर दास ने एक प्रेरक शिक्षक के रूप में भाषण शुरू किया। शिक्षा की अहमियत को कोट करते हुए उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना जीवन में कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि बिना भेदभाव के जैक की घंटियां सभी तक बजे। जैक अपनी ऐसी कृति बनाए कि लोग इसे जमाने तक याद रखें।

क्भ् नवंबर तक सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क

सीएम रघुवर दास ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी स्कूलों में बच्चों के लिए बेंच डेस्क तक उपलब्ध नहीं है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्भ् नवंबर तक राज्य के सभी स्कूलों में बेंच डेस्क की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि बेंच डेस्क का काम गांव के बढ़ई को दिया गया है। इसके लिए बड़ी बड़ी कंपनियों के लोग टेंडर के लिए लाइन में खड़े थे। लेकिन विद्यालय प्रबंध समिति को यह काम दिया गया। स्थानीय स्तर पर बेंच डेस्क बनवाने के लिए राज्य सरकार ने ब्00 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जबकि पहले इसी टेंडर के लिए 800 करोड़ रुपए खर्च होने थे। ऐसे में जनता की गाढ़ी कमाई भी बची और हजारों हाथ को रोजगार भी मिला। सीएम ने कहा कि साल ख्0क्7 तक सभी स्कूलों में बिजली व्यवस्था बहाल हो जाएगी।

सीएम की नसीहतें

तनख्वाह के लिए काम नहीं करे

राज्य के अधिकारी-कर्मचारी सिर्फ तनख्वाह के लिए काम न करें। पूरी ईमानदारीपूर्वक कार्य करें। गलत काम करने वालों को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। सीएम ने जोर देते हुए कहा कि हम सरकारी शिक्षक को प्राइवेट स्कूल के टीचर से ज्यादा पैसा देते हैं, लेकिन फिर भी वे उतना काम नहीं करते जितना प्राइवेट स्कूल के टीचर करते हैं। बच्चों का भविष्य शिक्षकों पर ही निर्भर करता है। इसलिए पूरी ईमानदारी पूर्वक कार्य करें। देश सेवा का मतलब भी यही है कि आप ईमानदारी पूर्वक काम करें। हम शिक्षकों को बॉर्डर पर गोली चलाने को नहीं कह रहे हैं, फिर भी राष्ट्र निर्माण में जो योगदान देना है, उसे दें। बच्चों को नहीं पढ़ाने वाले, समय पर नहीं पहुचंने वाले और विभिन्न तरह की अनियमितता बरतने वाले शिक्षक जरा यह सोचें कि बच्चों को उनका अधिकार नहीं देकर आप कितना बड़ा पाप कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि पुरुषार्थ का मतलब विषम परिस्थितियों में लक्ष्य हासिल करना है।

हमें त्यागपत्र भी लिखवाना आता है

सीएम ने राज्य के अधिकारी और तमाम कर्मचारियों पर तल्ख तेवर दिखाते हुए कहा कि काम करें, रिजल्ट दें नहीं तो हमें त्यागपत्र भी लिखवाना आता है। डीईओ, बीईओ, डीएसई या डीईओ की लापरवाही हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। सभी स्कूलों में शिक्षकों का आधार लगा फोटो नहीं टंगा, तो डीईओ को काम करने का अधिकार नहीं है।

फुली कंप्यूटराइज्ड होगा जैक: अध्यक्ष

जैक अध्यक्ष अरविंद प्रसाद सिंह ने कहा कि निष्पक्ष तरीके से जांच के बाद रिजल्ट का प्रकाशन किया गया। हालांकि डेली वेजेज कर्मचारियों के आंदोलन से रिजल्ट पर असर पड़ा, लेकिन समय पर रिजल्ट का प्रकाशन हुआ। उन्होंने कहा कि जैक की ओर से सभी स्कूल और कॉलेजों में एनसीईआरटी की ओर से वर्कशॉप कराने की योजना है। जेटेट के लिए भी विज्ञापन निकाला गया है। पहली बार ऑनलाइन फॉर्म फिलअप किए जाएंगे। जैक को पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत करने का भी काम चल रहा है।

ख्80 हाईस्कूल हुए प्लस टू अपग्रेड: मंत्री

शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा कि छोटे छोटे प्रयास से ही राज्य का साक्षरता दर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के ख्80 हाई स्कूलों को प्लस टू के रूप में अपग्रेड किया गया है। इन स्कूलों में इसी सेशन से प्लस टू की पढ़ाई शुरू भी कर दी गई है। इसके अलावा सभी प्लस टू स्कूलों में सीट भी डबल कर दिया गया है।

इन्हें भी मिला सम्मान (बॉक्स)े

-सर्वोत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय ख्0क्म् : आवासीय उच्च विद्यालय, नेतरहाट(प्रिंसिपल विंध्याचल पांडेय को मिला सम्मान)

-सर्वोत्कृष्ट इंटर कॉलेज ख्0क्म्: उर्सुलाइन इंटर कॉलेज, रांची(सिस्टर डॉ मेरी ग्रेस को मिला सम्मान)

-मैट्रिक परीक्षा में सर्वोत्कृष्ट जिला: हजारीबाग(डीसी और डीईओ को किया गया सम्मानित)

-इंटर परीक्षा में सर्वोत्कृष्ट जिला: कोडरमा(डीसी और डीईओ को मिला सम्मान)