-प्राइवेट हॉस्पिटलों का लाइसेंस होगा कैंसिल, एक्शन में हेल्थ मिनिस्टर

-माइल्ड लक्षण वालों को भी होम आइसोलेट करने की तैयारी

रांची: लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि प्राइवेट हॉस्पिटल कोरोना के इलाज के नाम पर मरीजों का शोषण कर रहे हैं। साक्ष्य के साथ जैसे ही एक भी शिकायत पहुंचती उस प्राइवेट हॉस्पिटल का लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाएगा। ये बातें सोमवार को हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने कहीं। साथ ही कहा कि महामारी के दौर में भी इसे कमाई का जरिया बनाया जा रहा है जो मानवीय मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि चार से ज्यादा प्रभावित जिलों में 2 दिवसीय स्पीड टेस्टिंग की जाएगी, जिसके तहत 40 हजार जांच का लक्ष्य रखा गया है। रांची, जमशेदपुर, पलामू और धनबाद में अभियान चलाकर 2 दिन में 40 हजार टेस्ट करने की योजना है। ऐसे में हर जिले में 10 हजार टेस्ट किए जाएंगे।

एसिंप्टोमेटिक को करें होम आइसोलेट

हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि वर्तमान में जो मौतें हुई हैं, उसमें ज्यादातर मरीजों की मौत मल्टीपल ऑर्गन फेल्योर की वजह से हुई है। बहुत कम ऐसे मरीज हैं जिनकी मौत का कारण कोरोना बना है। संक्रमण के बढ़ते मामलों पर उन्होंने कहा कि कोशिश की जा रही है कि एसिंप्टोमैटिक मरीजों को होम आइसोलेशन में ही रखा जाए। यहां तक कि माइल्ड लक्षण वाले मरीजों को भी होम आइसोलेशन में रखने की तैयारी की जा रही है। साथ ही कहा कि जिन मरीजों के साथ घर में आइसोलेशन योग्य सुविधा नहीं होगी, उन्हें सरकारी स्तर पर दूसरी जगहों पर रखा जाएगा। कोरोना को लेकर राज्य सरकार पहले दिन से ही गंभीर है, नए सेंटर बनाने के लिए सरकार विभिन्न विकल्पों पर ध्यान दे रही है। सरकार हर मुमकिन प्रयास कर रही है।