RANCHI: ट्रेड यूनियन की ओर बुलाई गई बंदी का असर सिटी के बैंकों में देखा गया। सिर्फ एसबीआई को छोड़कर बाकी सभी बैंकों में कामकाज ठप रहा। स्टेट बैंक आफ इंडिया के कर्मचारियों ने बंदी में अपना नैतिक समर्थन दिया था। लेकिन यहां अन्य दिनों की तरह ही काम काज चलता रहा। वहीं इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बडौदा, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया समेत अन्य सभी बैंकों में दिन भर ताला लटका रहा। कई बार जानकारी के अभाव में कुछ लोग बैंक पहुंचे लेकिन बंद देखकर उन्हें वापस लौटना पड़ा। बैंक के बंद रहने से करोड़ों रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। हालांकि सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों, शिक्षण संस्थानों में बाजारों पर बंद का कोई असर नहीं रहा। कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं मिली, यातायात भी अन्य दिनों की तरह सामान्य ही रहा। गौरतलब हो कि केंद्र सरकार की कथित श्रमिक विरोधी नीतियों एवं कानूनों के खिलाफ देश की शीर्ष ट्रेड यूनियनों की ओर से बुधवार को झारखंड में बंदी का आह्वान किया गया था। इसका आम जनजीवन पर कोई खास असर नहीं पडा।

यूनियन बैंक बैंक

कचहरी स्थित यूनियन बैंक में काम काज ठप रहा। सुबह में एक-दो कर्मचारी आए थे। लेकिन दोपहर बाद वे भी चले गए। बैंक में किसी तरह का बैंकिंग काम नहीं हुआ। कुछ ग्राहक भी पहुंचे लेकिन उन्हें बैंक बंद कहकर लौटा दिया गया।

इलाहाबाद बैंक

सरकुलर रोड स्थित इलाहाबाद बैंक भी बुधवार को बंद रहा। यहां बैंक के गेट पर ही स्ट्राइक लिखा बैनर लगा दिया गया था, जिसे देख लोग खुद ही लौट गए।

बैंक ऑफ इंडिया

लालपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया का शटर खुला ही नहीं। यहां कोई कर्मचारी काम पर नहीं आया। लेकिन बैंक के ग्राहक अपने काम से बैंक पहुंचे थे, लेकिन ताला बंद देख कर लौट गए।