RANCHI: मुझे मौत बुला रही है। कोई बड़ी गलती हो गई है, जिसे भगवान कभी माफ नहीं करेंगे। दुनिया मुझे पागल समझे या कुछ और। पर मुझे भगवान से बहुत डर लगता है। इसलिए मैं यह कदम उठाने जा रहा हूं। ये पंक्तियां गुरुवार को धुर्वा डैम में डूबकर जान गंवाने वाले युवक प्रकाश कुमार शुक्ला के सुसाइड नोट में मिली हैं। डोरंडा थाना क्षेत्र के मिस्त्री मोहल्ला निवासी प्रकाश शुक्ला सुसाइड नोट अपने घर पर छोड़कर स्कूटी से निकला था। शुक्रवार को उसकी लाश डैम से बाहर निकाली गई।

डैम के पास थी स्कूटी

मोबाइल कंपनी में काम करने वाले प्रकाश कुमार शुक्ला की स्कूटी धुर्वा डैम के पास ही पड़ी मिली। वह घर में सुसाइड नोट छोड़ अपनी स्कूटी से निकला था। घरवालों द्वारा सूचना दिए जाने के बाद पुलिस ने जब खोजबीन शुरू की, तो उसकी स्कूटी धुर्वा डैम के पास मिली। पुलिस ने शक के आधार पर डैम में गोताखोरों को उतरवाया, जहां से उसकी लाश निकाली गई। उसने स्कूटी में भी एक सुसाइड नोट छोड़ा था।

सुसाइड नोट में क्या

चाहे दुनिया मुझे पागल समझे या कुछ और। मुझे भगवान से बहुत डर लगता है। इसलिए मैं ऐसा कदम उठा रहा हूं। इसके पीछे कोई और कारण नहीं है। मेरा कर्म मुझे मजबूर कर रहा है और बार-बार मुझे अपने आप से नफरत हो रही है। मैंने बहुत बार सोचा कि ऐसा नहीं करूं। पर मेरा भगवान मुझे बुला रहा है। इसलिए अब मुझसे नहीं हो पाएगा। कभी-कभी इंसान ना चाहते हुए भी कुछ गलत काम कर देता है और बाद में पछताता है। मेरा कर्म ही मुझसे ऐसा करवा रहा है। मेरी खुशी इसी में है। इसलिए मैंने यह फैसला लिया और इसके पीछे कोई कारण नहीं है, ना किसी का हाथ है। मेरे परिवार से मेरी यही उम्मीद है कि आप किसी को भी कुछ मत बोलना। मैं प्रार्थना करता हूं आपसे। अगर आप ऐसा कुछ बोलेंगे तो मेरी आत्मा कहीं शांत नहीं होगी। मैंने जिंदगी में सब कुछ पाया लेकिन मेरी माता रानी जानती हैं, हम कैसे इंसान हैं और मेरी माता रानी मुझे बुला रही हैं।