RANCHI : सिटी में वीमेंस की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया है। प्रशासन का दावा है कि राजधानी में महिलाएं हर जगह सेफ है। पुलिस हर जगह लोगों की एक्टिविटीज पर नजर रखे हुए है। पर इनके दावे खोखले है। कुछ दिनों पहले दिल्ली में हुई घटना के बाद भी रांची पुलिस की नींद नहीं खुली है। इसी क्रम में आईनेक्स्ट की टीम ने जब कुछ मॉल, मार्केट और सड़कों पर अभियान चलाया तो पाया कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है।

मेन रोड स्थित चर्च कांप्लेक्स में जब हमारी टीम पहुंची तो पाया कि पार्किग के अलावा कहीं भी सिक्यॉरिटी की कोई व्यवस्था नहीं थी। जबकि चर्च कांप्लेक्स सिटी का सबसे बड़ा मार्केट है और हर दिन यहां हजारों लोग खरीदारी करने आते है। खरीदारी करनेवालों में सबसे अधिक संख्या महिलाओं की होती है। ऐसे में इस मार्केट में अगर कोई अनहोनी हो जाएं तो चौंकने की जरूरत नहीं है। वहां पर प्रॉपर टॉयलेट की भी व्यवस्था नहीं है। अगर है भी तो उसकी कंडीशन ठीक नहीं है। साथ ही वहां कोई अटेंडेंट भी नहीं है। कांप्लेक्स के ठीक बाहर पुलिस की पेट्रोलिंग जीप खड़ी है पर उसमे न तो ड्राइवर दिख रहा है और न ही कोई सिपाही। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसी जगहों पर महिलाएं कितनी सेफ है।

मेन रोड से फिरायालाल की ओर जाते हुए भी हमने कई जगहों पर सिक्यॉरिटी रिजन से चौक चौराहों पर जब चेक किया तो पाया कि वहां भी ट्रैफिक पुलिस के अलावा कोई नहीं था। जबकि सुरक्षा के लिहाज से चौक चौराहों पर पुलिस का होना जरूरी है।

अब हम पहुंचते है फिरायालाल। फिरायालाल राजधानी का दिल। सबसे अधिक भीड़ वाली जगह। यहां पर बड़े-बड़े मॉल, छोटी-छोटी दुकानें और फुटपाथ व्यापारी भी है। डेली यूजेज की छोटी-मोटी चीजों की खरीदारी महिलाएं फिरायालाल से ही करती है। चूंकि यहां पर चीजें बड़ी दुकानों की तुलना में कम कीमतों पर मिल जाती है इसलिए यहां पर स्कूल की स्टूडेंट्स, हाउसवाइफ और वर्किग वीमेंस की सबसे अधिक भीड़ होती है। पर यहां भी सिक्यॉरिटी के लिए कोई बेहतर इंतजाम नहीं है। एक दो पुलिसकर्मी चहलकदमी करते देखे जा सकते है। कभी-कभी पुलिस की पेट्रोलिंग जीप दिखाई दे जाती है। इसलिए ऐसी जगहों पर रहने के दौरान वीमेंस को अलर्ट रहना होगा। और खुद को तैयार रखना होगा कि अगर किसी भी तरह की मिसहैपनिंग होती है तो उससे निपट सके। उन्हें मेंटली खुद को तैयार करना होगा कि उनकी मदद के लिए कोई नहीं है।