रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए किसी तरह की ढिलाई नहीं करने की लोगों को सलाह दी जा रही है। साथ ही कहा जा रहा है कि थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। वहीं कोरोना की चपेट में भी आ सकते हैं। इसके बावजूद राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में लापरवाही बरती जा रही है, यूज्ड पीपीई किट को जहां-तहां फेंक दिया जा रहा है। वहीं पुराने ट्रामा सेंटर के ठीक बगल में भी पीपीई किट का अंबार लगा है। ऐसे में यह लापरवाही न जाने कितने लोगों को परेशानी में डाल सकती है। इसके बावजूद न तो फेंकने वालों को इसकी फिक्र है और न ही प्रबंधन को इलाज के लिए आने वाले मरीजों की चिंता है। अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रबंधन को किसी अनहोनी का इंतजार है।

पर्यावरण को भी नुकसान

इस्तेमाल की हुई पीपीई किट और मास्क को खुले में जहां-तहां फेंका जा रहा है। इससे न केवल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ रहा है, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है। ये हाल तब है, जबकि इस्तेमाल की हुई पीपीई किट, ग्लव्स और मास्क के अलावा अन्य चीजों को प्रोटोकाल के अनुसार डिस्पोज करने का आदेश दिया गया है। ताकि इसकी वजह से किसी अन्य को इन्फेक्शन का खतरा न हो। फिर भी खुले में फेंकने से पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। वहीं वायरस के हवा में होने से आसपास के लोग भी तुरंत इसकी चपेट में आ सकते हैं।

आवारा पशुओं को भी खतरा

हॉस्पिटल के कैंपस में हर दिन 1500 मरीज इलाज के लिए आते हैं। अब यूज्ड पीपीई किट, ग्लव्स, फेस शील्ड, मास्क के अलावा खाने की चीजें भी बेतरतीब ढंग से फेंक दी जा रही हैं। इससे कैंपस में घूमने वाले मरीज और उनके परिजनों के अलावा आवारा जानवर भी इन्फेक्शन की चपेट में आ सकते हैं। इसके बाद यह बीमारी जाने-अनजाने कितने लोगों के घरों तक पहुंच जाएगी।

नियमों की उड़ा रहे धज्जियां

नियम के मुताबिक यूज्ड पीपीई किट का डिस्पोजल तय प्रोटोकॉल के अनुसार करना है। कोरोना मरीजों के इलाज में पीपीई किट, मास्क, ग्लव्स का इस्तेमाल किया गया हो या रोगी की मौत के बाद यूज की गई चीजें हों, इनका डिस्पोजल पूरी सावधानी से करने का निर्देश है। इसे लेकर रिम्स में हर जगह डस्टबिन भी लगाए गए हैं। साथ ही स्टाफ्स को भी इसके डिस्पोजल को लेकर गाइडलाइन जारी की गई है, जिससे कि कैंपस में लगे इनसीनरेटर में बायो मेडिकल वेस्ट के साथ पीपीई किट का डिस्पोजल भी किया जा सके। इसके बाद भी डॉक्टरों से लेकर मेडिकल स्टाफ्स तक नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं।