RANCHI:घर-घर से कचरा उठाने के लिए रांची नगर निगम ने नई कंपनी सीडीसी का चयन किया है। लेकिन, लोकल वार्ड पार्षद कंपनी के काम से संतुष्ट नहीं हैं। नगर निगम द्वारा चयनित कंपनी और पार्षद के बीच तालमेल ही नहीं बैठ रहा है। वार्ड पार्षदों का कहना है जिस कंपनी को वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेवारी सौंपी गई है, उसने दो महीने पहले ही काम शुरू किया है। दूसरी ओर, छह महीने पहले का बकाया जोड़ कर यूजर चार्ज मांगा जा रहा है। इस वजह से हर दिन वार्ड में आम पब्लिक और कंपनी के प्रतिनिधि के बीच नोक-झोंक हो रही है। वार्ड संख्या 41 की पार्षद उर्मिला यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले कंपनी के कुछ लोग मुहल्ले में जाकर वेस्ट कलेक्शन चार्ज मांग रहे थे। लोगों ने कहा कि जब कूड़ा उठाया ही नहीं गया तो चार्ज किस बात का? मामला बढ़ने पर पार्षद को बुलाया गया, जिसके बाद समझा-बुझा कर लोगों को शांत कराया गया। लगभग हर वार्ड की ऐसी ही स्थिति है।

संसाधन भी घटा दिए गए

वार्ड पार्षदों का कहना है निजी कंपनी से बेहतर नगर निगम खुद काम करा रहा था। संसाधन भी ठीक-ठाक थे, हर दिन सफाई भी हो रही थी। लेकिन नई कंपनी द्वारा सफाई कार्य शुरू करने के बाद हर वार्ड में संसाधनों की भी कटौती कर दी गई है। जिस वार्ड में पांच वाहन थे वहां तीन और जहां तीन थे वहां एक कर दिया गया है। जिससे वार्ड के हर घर और गली-मुहल्लों से कचरे का उठाव नहीं हो पा रहा है। कंपनी के बावजूद वार्ड पार्षद भी अपने स्तर से सफाई काम करा रहे हैं। वार्ड संख्या 28 की पार्षद रश्मि चौधरी ने कहा कि कंपनी सफाई पर जरा भी ध्यान नहीं दे रही है। संसाधन के साथ-साथ कर्मचारी भी कम कर दिए गए हैं। हर दिन मुहल्ले से कंप्लेन आता है, जिसे हम लोग जाकर निराकरण करते हैं।

क्या कहते हैं लोग

मेरे घर से नियमित कचरे का उठाव नहीं हो रहा। पहले तो कूड़ा उठाने वाली गाड़ी घर आ जाया करती थी। गाना बजता था, जिससे हमलोग जान जाते थे। डस्टबीन बाहर रख देते थे। अब सबकुछ बंद हो चुका है।

- नेहा

नगर निगम सिर्फ टैक्स वसूलने वाला संस्था बन कर रह गया है। होल्डिंग टैक्स, पानी टैक्स, सफाई टैक्स समेत अलग-अलग टैक्स लिया जाता है। लेकिन सुविधा देने के नाम पर निगम बिल्कुल फेल है।

- रमेश

क्या कहते हैं पार्षद

वार्ड में कंपनी के प्रतिनिधि आकर पैसे की मांग करते हैं। जबकि काम अब तक कुछ नहीं हुआ। काम हो उसके बाद चार्ज लिया जाए, तो समझ में आता है। लेकिन बिना किसी काम के चार्ज किस बात का? वार्ड में संसाधन भी कम है, जिससे सफाई कराने में परेशानी होती है।

- उर्मिला यादव, वार्ड पार्षद

नई कंपनी हाल में ही काम शुरू की है। लेकिन यह पिछली कंपनी द्वारा रोके गए काम के वक्त से ही यूजर चार्ज जोड़ रही है, यह गलत है। हम लोगों का काम है आम लोगों को सहूलियत देना, न कि उनके ऊपर और आर्थिक बोझ डाल देना।

- रश्मि चौधरी, वार्ड पार्षद