- पैदल चलने वाली जगह पर लगती है गाडि़यां

- मोरहाबादी से लेकर हर मैदान के किनारे गाडि़यों के अम्बार

- नो वेंडिंग जोन को वाकिंग स्ट्रीट बनाने का है निर्णय

बड़े तामझाम के साथ सर्जना चौक से लेकर कचहरी चौक तक नो वेंडिंग जोन को वाकिंग स्ट्रीट बनाए जाने की घोषणा की गयी। दावे किए गए कि एक भी गाड़ी अब यहां खड़ी नहीं की जाएगी। लोगों को पैदल चलने की व्यवस्था की जाएगी। बैरिकेडिंग की जाएगी। डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय से लेकर नगर निगम के कई अधिकारी, ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग समेत ट्रैफिक पुलिस के कई वरीय अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। लेकिन एक माह भी ठीक से नहीं गुजरे और हालात बद से बदतर हो गए। गाडि़यां सड़क के किनारे बेतरतीब तरीके से खड़ी की जाने लगीं। लोग हैरान परेशान हो गए कि आखिर नगर निगम और टै्रफिक पुलिस डिपार्टमेंट के द्वारा घोषित वाकिंग स्ट्रीट कहां गायब हो गयी। स्थानीय लोग आक्रोश में हैं और हर दिन आवाज बुलंद कर रहे हैं कि जागिए ट्रैफिक एसपी साहब जागिए, गायब हो रही वाकिंग स्ट्रीट को बचा लीजिए।

करोड़ों फूंकने के बाद भी लचर ट्रैफिक व्यवस्था

शहर की सड़कों पर एडवांस ट्रैफिक सिग्नल लग गए, सेंसर कैमरे लग गए, सीसीटीवी, स्मार्टपोस्ट जैसी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। चारपहिया और दोपहिया वाहनों के लिए सड़कें चौड़ी की जा रही हैं, स्मार्ट रोड बनाए जा रहे हैं लेकिन पैदल चलने वालों के लिए किसी तरह की कोई प्लानिंग नहीं की जा रही है। पूरी सिटी में कहीं भी वाकिंग स्ट्रीट नहीं है। यहां तक की मॉर्निग और ईवनिंग वाक के लिए भी पैदल चलने की कहीं जगह नहीं है। मैदान के किनारे वाहनों के अम्बार लगे रहते हैं। लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए दर्जनों योजनाओं को अमली जामा पहनाया जा रहा है लेकिन साइकिल और पैदल चलने वालों के लिए जगह कहां रहेगी इसपर कोई ठोस प्लानिंग नहीं की जा रही।

सर्जना चौक से कचहरी चौक

नगर निगम पहली बार पैदल चलने वालों के लिए प्लानिंग करते हुए सर्जना चौक से लेकर कचहरी चौक तक के इलाके को वाकिंग स्ट्रीट के रूप में डेवलप करने का प्लान तैयार किया। सर्जना चौक से कचहरी चौक की सड़क के बीच पैदल चलनेवालों के लिए अलग लेन बनायी जानी है। सड़क के किनारे बनी नालियों पर लगे स्लैब को दुरुस्त कराया जाना था। इसके अलावा ऊंची-नीची सड़क को समतल किया जायेगा। लेन को लोहे से बैरिकेडिंग करायी जाएगी, जिससे लोगों को परेशानी न हो। लेकिन, गंभीर बात यह है कि इसमें ट्रैफिक पु्लिस डिपार्टमेंट को जरा भी रूचि नहीं है।

नो पार्किग डिक्लेयर, कार्रवाई के नाम पर वसूली

वेंडर माकेट में शिफ्टिंग के साथ ही नो वेडिंग जोन को नो पार्किग इलाका डिक्लेयर कर दिया गया है। नगर निगम के अधिकारियों और नगर सरकार के प्रतिनिधियों ने अभी हाल में ही लोगों को चलने में हो रही परेशानी का जायजा लिया। डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा है कि सर्जना चौक से कचहरी चौक के बीच बने नो वेंडिंग जोन में वाहन खड़े करने वालों पर ठोस कार्रवाई की जायेगी। लेकिन केवल वसूली का अड्डा बना दिया गया।

टहलने की न आबोहवा न सड़क

शहर में सुबह-शाम टहलने वाले लोगों की तादाद काफी ज्यादा है। मोराबादी, रिम्स ग्राउंड, खेलगांव, आईटीआई, हरमू समेत कई ऐसे मैदान हैं जहां लोगों ने एसोशिएसन भी तैयार कर लिए हैं। लेकिन इन लोगों के लिए न तो टहलने लायक आबोहवा है न ही पैदल चलने की सड़क ही है। चारों तरफ का इलाका पाल्यूशन से भरता जा रहा है। इसके अलावा लोगों की गाडि़यां लगीं रहती हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।

फोन नहीं उठाते ट्रैफिक एसपी

इस मामले में जब ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुगंडुगं से बात करने की कोशिश की गयी तो काफी बार ट्राइ करने के बावजूद उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।