RANCHI: अगर आप भी रांची रेलवे स्टेशन जा रहे हैं तो अपने घर से पानी लेकर जाएं। चूंकि ट्रेन के वक्त स्टेशन पर पानी की सप्लाई रोक दी जा रही है। यह हाल है रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2, 3, 4 और पांच का। जहां आने वाले पैसेंजर्स को बोतल वाला पानी खरीदने को मजबूर किया जा रहा है। वहीं पैसेंजर्स के पास भी पानी खरीदकर पीने के अलावा कोई चारा ही नहीं है। इसकी कई बार पैसेंजर्स ने कंप्लेन भी की, इसके बावजूद कोई देखने वाला नहीं है।

जानबूझकर तो नहीं बंद कर दी जाती सप्लाई

ट्रेनों के टाइम पर ही पानी की सप्लाई रोक दी जाती है। ऐसे में पैसेंजर्स आईआरसीटीसी के वाटर वेंडिंग मशीन से पानी खरीदकर पीते हैं। वहीं दुकानों पर भी पानी के लिए मारामारी वाली स्थिति हो जाती है। वह भी तब जबकि स्टेशन पर हर दस कदम पर पानी के नल लगे हुए हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जानबूझकर पानी की सप्लाई रोक दी जाती है, ताकि लोग पानी खरीदकर पिएं। इसमें कहीं न कहीं स्टाफ्स की भी मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।

वेंडिंग मशीन में 8 रुपए लीटर पानी

प्लेटफार्म पर लगे नल से तो बिना खर्च के पानी भर सकते हैं। लेकिन पानी नहीं मिलने पर लोग पानी खरीदकर पीते हैं, जहां वाटर वेंडिंग मशीन में एक ग्लास पानी के लिए 2 रुपए, एक लीटर पानी के लिए पांच रुपए और बोतल के साथ एक लीटर पानी के लिए 8 रुपए चुकाने पड़ते हैं। ट्रेनों के वक्त पर वेंडर्स भी बोतल भरकर तैयार रखते हैं।

क्या कहते हैं पैसेंजर्स

ट्रेन के टाइम पर जब हम पानी भरने पहुंचे तो काफी परेशानी हुई। प्लेटफार्म नंबर 2 व 3 के अधिकतर नल सूखे हुए थे। हर आदमी तो पानी खरीदकर नहीं पी सकता। ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए कार्रवाई करनी चाहिए।

-सुमित

पानी की सप्लाई बंद कर देना कहां तक सही है। पीने के लिए पानी भी खरीदना पड़ेगा तो रेलवे ने स्टेशन पर इतने नल क्यों लगाए हैं। एक भी नल में पानी नहीं आ रहा था। थक-हार कर बोतल वाला पानी खरीदना पड़ा।

-धीरज

रेलवे के अधिकारियों को हमारी परेशानी से क्या लेना है। पानी नहीं आएगा तो खरीदने के अलावा कोई और आप्शन ही नहीं है। अब ट्रेन के वक्त तो आदमी कंप्लेन करने कैसे जाएगा।

-सूरज प्रसाद