- 15 हजार घरों में पहुंच रहा है बीमारी फैलाने वाला पानी
- खटाल और गंदे नाले के कारण बड़ी आबादी के जान को खतरा
- पार्षद से लेकर विभाग तक को लिख कर दिया लोगों ने, कुछ नहीं हुआ
सिटी की घनी आबादी वाले इलाके हिनू में सप्लाई वाटर के साथ लोगों को 'बैक्टीरिया फ्री' दिया जा रहा है। शाम को जब नल से पानी घरों में पहुंचता है, तो लोग बदबू के कारण अपनी नाक बंद कर लेते हैं। इसके बाद इसी गंदे पानी को लोग गर्म करते हैं, तीन बार छानते हैं और तब इस्तेमाल करते हैं। जिनके घर बोरिंग नहीं, उनके लिए इसी पानी को इस्तेमाल करने की मजबूरी है। पानी के साथ बैक्टीरिया की सप्लाई कोई नई बात नहीं है। पिछले एक साल से ऐसी ही स्थिति है।
क्यों आ रहा है गंदा पानी
दरअसल, हिनू मेन रोड में कृष्णा अल्युमीनियम के सामने इमली खटाल (पुराना पेट्रोल पंप के पास) है। यहां नाली के पानी में खटाल का गोबर वाला पानी और लोगों से घरों से निकलने वाला चेंबर का पानी मिक्स हो जाता है और सड़क के किनारे बने संप में जाकर जमा होने लगता है। संप पांच फीट से ज्यादा गहरा है, जिसमें स्पलाई की चाभी है। गंदगी इसी चेंबर में जाकर जमा हो जाती है। जब सप्लाई की चाभी खोली जाती है, तो गंदा पानी चाभी के जरिए पाईप में जाता है और फिर लोगों के घरों तक पीले रंग का पानी पहुंचता है।
बड़ी अबादी को है खतरा
हिनू में जिस पाइप से सप्लाई होता है, वह करीब 15 हजार घरों तक पानी पहुंचाता है। इससे करीब एक लाख लोग प्रभावित हैं। यहीं से शुक्ला कॉलोनी, साकेत नगर और डोरंडा के कई इलाकों में पानी जाता है। इस बारे में लोगों ने स्थानीय पार्षद से बातचीत की, तो पार्षद ने नगर निगम तक भी बात पहुंचाई। इसके बावजूद उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। लोग अब इस समस्या को लेकर काफी आक्त्रोशित हैं। इसे लेकर आंदोलन की भी बात कह रहे हैं।
क्या कहते हैं लोग
सप्लाई पानी में बदबू ऐसी होती है कि नल खुलने पर नाक बंद कर लेना पड़ता है।
अभिषेक शर्मा
पानी का रंग देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितना खतरनाक है।
अरविंद कुमार
यह बहुत ही खतरनाक है। बिना फिल्टर किए, इस पानी का इस्तेमाल नहीं कर सकते।
बिशेश्वर सिंह
ऐसा पानी सप्लाई हो रहा है कि उससे कपड़े धोने पर वह और ज्यादा गंदा हो जाए।
सीएस शर्मा
आदमी के पीने लायक तो यह पानी है ही नहीं। इस समस्या का समाधान तुरंत निकले।
दिलीप सिंह
पीला रंग का गंदा पानी देखकर उलटी होने लगता है। बहुत परेशानी हो रही है इस पानी से।
राहुल राज
लोगों ने कई बार पार्षद से शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रामा सिंह
निगम चाहे, तो इस समस्या का समाधान हो सकता है। केवल पहल करने की जरूरत है।
रमेश विश्वकर्मा
गोबर और चेंबर का पानी सीधे घर पर आ रहे हैं। इससे बीमारी फैलने का खतरा है।
आरपी सिंह
आम लोगों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया है। निगम सिर्फ टैक्स लेना जानता है।
सुरेंद्र शर्मा