रांची: करीब डेढ़ महीने के अंधेरे के बीच जिंदगी को रोशन करने वाली उम्मीद की किरण नजर आई है। रांची में अब कोरोना संक्रमण ढलान पर जाता नजर आ रहा है। दस दिनों के भीतर ही संक्रमित रिकवर हो रहे हैं। स्थिति ऐसी है कि अगर इसी हौंसले और एहतियात के साथ इस महामारी से मुकाबला किया जाता रहा तो जल्द ही माहौल बदल जाएगा। इसके संकेत मई के 14 दिनों के आंकड़े दे रहे हैं, जो आशा जगाने वाले हैं। रांची में करीब 1355 मरीज औसतन हर रोज संक्रमण से मुक्त हो रहे हैं। वहीं नए संक्रमितों की पहचान का औसत रोजाना करीब 860 पर आ गया है, जो अप्रैल के महीने में प्रतिदिन 1300 के आसपास था। सबसे अच्छी बात यह है कि पिछले 1 मई से 14 मई तक 18980 लोगों ने कोरोना को मात दी है। दूसरी ओर नए संक्रमितों से 6928 ज्यादा लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

सिर्फ 3 दिन हजार से ज्याद संक्रमित

मई के महीने में रांची में नए संक्रमितों के मिलने का सिलसिला अप्रैल की तुलना में काफी कम हुआ है। अप्रैल में जहां हर रोज एक से डेढ़ हजार के बीच संक्रमितों की पहचान हो रही थी, वहीं मई में औसतन 860 नए मरीजों की पहचान हुई है। पिछले पंद्रह दिनों में केवल तीन दिन ही ऐसे थे, जब नए संक्रमितों की संख्या एक हजार से ज्यादा पहुंची। इसमें पहली मई को सबसे ज्यादा 1377, चार मई को 1165 और छह मई को 1225 संक्रमितों की पहचान हुई थी। इस तरह 1 से 14 मई तक कुल 12052 संक्रमित मिले।

चार दिनों में जबर्दस्त रिकवरी

रांची में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने का रेशियो पिछले चार में बहुत ही बेहतरीन रहा है। 11 से लेकर 14 मई तक औसतन दो हजार से ज्यादा मरीज रिकवर हुए। इन चार दिनों में ही 8221 मरीजों ने संक्रमण को मात देते हुए डिस्चार्ज हासिल किया। हालांकि, इनमें बड़ी संख्या में होम आइसोलेशन वाले मरीज भी शामिल है।

एक्टिव केसेज भी हुए कम

कोरोना के सक्रिय मरीजों की बात की जाए, तो पहली मई की तुलना में 14 मई के आंकड़े सुखद संकेत देने वाले हैं। महीने की शुरुआत में जहां रांची में 19316 एक्टिव केसेज थे, वहीं अब यह संख्या 13691 हो गई है। यानी 14 दिनों के भीतर एक्टिव केसेज की संख्या 5625 कम हुई है। इससे अस्पतालों में भी मरीज कम होने लगे हैं।

मौत के आंकड़े ज्यादा

मई के महीने में कोरोना संक्रमितों की मौत ज्यादा हुई है। अप्रैल में जहां पूरे महीने भर में 573 लोगों की मौत हुई थी, वहीं इस महीने 14 दिनों में ही 522 लोगों की मौत हो चुकी है। अप्रैल में 21 तारीख से बड़ी संख्या में लोगों की मौत का सिलसिला शुरू हुआ था। 24 और 27 तारीख को क्रमश: 60 और 61 मरीजों की एक-एक दिन में मौत हुई थी। इस महीने यानी मई में अभी तक किसी एक दिन 45 से ज्यादा मौतें नहीं हुई हैं। लेकिन प्रतिदिन औसत 37 लोगों की मौत हो रही है।

24 दिनों में नजर आया फर्क

राज्य में 22 अप्रैल से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत आंशिक लॉकडाउन लागू है। शुरुआत में दो बार एक-एक सप्ताह और फिर तीसरी बार दो हफ्ते के लिए इसे बढ़ाया गया है। बाजारों से भीड़ कम हुई है, तो कोरोना के मामले भी कम हुए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर डॉक्टर्स भी मान रहे हैं कि करीब 24 दिनों से जारी इस मिनी लॉकडाउन के कारण बहुत हद तक संक्रमण पर काबू पाने में सफलता मिली है। मई के महीने में नए केसेज कम होने के पीछे बड़ी वजह बाजारों का बंद होना भी है।