RANCHI: कभी बारिश तो कभी गर्मी से लोग परेशान है। पल-पल बदलता मौसम लोगों को बीमार कर रहा है। ठंड-गर्म की वजह से हास्पिटल में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अधिक संख्या में मरीजों के आने से उन्हें वार्ड में बेड भी बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है। नतीजा यह है कि मजबूरी में उन्हें गैलरी में ही इलाज कराना पड़ रहा है। वहीं ओपीडी में मरीजों के बैठने की भी जगह नहीं है।

ओपीडी में बढ़े 15 परसेंट मरीज

रिम्स के मेडिसीन ओपीडी में हर दिन 4-5 सौ मरीज इलाज कराने आते हैं। लेकिन बारिश शुरू होते ही मरीजों की संख्या 15 परसेंट तक बढ़ गई है। ऐसे में ओपीडी में देखने वाले डॉक्टरों को फुर्सत नहीं मिल रही है।

डेली स्नेक बाइट के 6-7 मरीज

बारिश की वजह से सांप भी अपने बिल से बाहर निकल आए हैं। इससे लोगों को सांप के काटने की सूचनाएं मिल रही हैं। ऐसे में रिम्स में हर दिन 6-7 स्नेक बाइट के मरीज पहुंच रहे हैं। वहीं सभी मरीजों को रिम्स में एंटी स्नेक वेनम भी आसानी से मिल जा रहा है। यही वजह है कि मरीजों की जान बच रही है।

वर्जन

बारिश की वजह से मौसम बदल रहा है। लोग इस पर ध्यान नहीं देते और बीमार पड़ जाते हैं। अगर खाने-पीने पर थोड़ा ध्यान दे दिया जाए तो छोटी-मोटी बीमारियों से दूर रह सकते हैं। किसी भी तरह की समस्या हो तो तत्काल डॉक्टर से दिखा लेना ही ठीक है। इंतजार करने की स्थिति में छोटी बीमारी भी बड़ी हो जाती है। खुद से दवा लेने पर ज्यादा नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसलिए डॉक्टर से दिखाकर दवा लें तो बेहतर होगा।

-डॉ। बी कुमार, मेडिसीन, रिम्स